Car Tyre Tips: अगर इस मानसून आप भी बचना चाहते हैं परेशानी से तो पहले ही करा ले अपने टायरों की जांच

मानसून के मौसम में सड़कों पर भारी मात्रा में पानी जमा हो जाता है;

Update: 2023-06-25 05:39 GMT

मानसून के मौसम में सड़कों पर भारी मात्रा में पानी जमा हो जाता है जिसकी वजह से सड़क के गीली होकर से फिसलने वाली हो जाती है जिसके बाद गाड़ी का क्रूज कंट्रोल होना बंद हो जाता है और अच्छे से काम नहीं करता है।

Monsoon Tips for Cars: मॉनसून के आने से एक और जहां गर्मी और उमस से राहत मिलती है। वही कार चलाने वाले लोगों के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण होता है। मॉनसून शुरू होने से पहले ही वाहन के टायर भी काफी उमस और गर्मी झेल चुके होते हैं और पुराने टायरों पर अधिक गर्मी का ज्यादा असर पड़ता है इसलिए आज हम आपको टायर से जुड़े हेल्थ और सेफ्टी के बारे में कुछ जरूरी टिप्स देने वाले हैं जिसको अपनाकर आप भी अपनी गाड़ी को इस मानसून सही तरीके से चला पाएंगे

डेप्थ की करें जांच

जब तक टायर में बने उसके खांचे में गहराई बनी रहती है तब तक कोई टेंशन की बात नहीं है, लेकिन यदि इसके बाद गाड़ी का टायर अगर घिस कर चिकना हो गया है और उसमें बने हुए खांचे खत्म हो गए हैं तो ऐसी स्थिति में बारिश के मौसम में आपकी गाड़ी का फिसलना तय है जिसकी वजह से आपको भी काफी खतरा बना रहता है अगर ऐसा है तो अपनी गाड़ी के टायर को तुरंत बदलवा लेना चाहिए।

टायर के उम्र की करें जांच

नए जमाने के टायरों को अधिक गर्मी घर्षण और कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है और उन्हें इसी तरीके से तैयार भी किया जाता है लेकिन जैसे-जैसे टायर की उम्र बढ़ती है वैसे वैसे वह प्रोडक्ट खराब होने लगता है। अधिक गर्मी के कारण रबर की भौतिक विशेषताएं काफी प्रभावित हो जाती हैं।ऐसे में टायर में दरार चटकने के निशान बनने लगते हैं इसलिए यदि आपको अपनी कार के टायरों पर कोई देखने योग्य छती जैसे बड़ी दरारे और कट दिखाई दे तो आपको अपने टायरों को बदलने की जरूरत है। इसी में आपकी समझदारी है।अधिकांश निर्माता टायर के लाइफ का निर्माण की तारीख से अधिकतम 10 वर्ष होने का दावा करते हैं. यह टायर पर लिखा होता है, जैसे यदि टायर पर 0323 लिखा है तो इसका मतलब है कि इसका निर्माण 2023 के तीसरे सप्ताह में किया गया था. नए टायर लगवाने से पहले इसकी जांच जरूर कर लें.

मजबूत पकड़ पर दें ध्यान

गीली सड़कों पर घर्षण काफी कम हो जाता है क्योंकि पानी को पूरी तरह से हटाया नहीं जा सकता है. इस वजह से बारिश के दौरान सड़कों पर फिसलन काफी बढ़ जाती है इसलिए बारिश के मौसम में टायरों की पकड़ सड़क पर मजबूत बनानी चाहिए। इसके लिए आपको बारिश के दौरान गाड़ी की स्पीड अधिक नहीं रखनी चाहिए वरना अधिक फिसलन के कारण एक्सीडेंट होने की संभावना बढ़ जाती है.

न करें क्रूज़ कंट्रोल का इस्तेमाल

सड़क की सतह पर पानी की मात्रा बारिश में ज्यादा हो जाती है इसलिए सड़क गीली होने पर क्रूज कंट्रोल को बंद कर देना ही सबसे अच्छा ऑप्शन होता है।यह वाहन को निर्धारित गति देने में सक्षम होता है। एडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल सिस्टम भी केवल यातायात स्थितियों पर रिस्पॉन्स करते हैं और ड्राइवर की तरह पानी की स्थिति और स्तर में बदलाव का अनुमान नहीं लगा सकते हैं. इसलिए बारिश के दौरान मैनुअल कंट्रोल करना ही अच्छा होता है

सुरक्षित दूरी रखें मेंटेन

जैसे-जैसे आप वाहन की गति बढ़ाते हैं आपको रुकने के लिए अधिक समय की जरूरत होती है ऐसे में जरूरी है कि आप आगे चल रही गाड़ी से सुरक्षित दूरी को बनाए रखें।अगर आप दूरी मेंटेन करके चलेंगे तो आपके साथ एक्सीडेंट का खतरा भी कम हो जाएगा और आप आगे वाले वाहन से कम से कम 2 सेकेंड के दूरी पर ज़रूर रहें.

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