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Free Fire app फ्री फायर एप बंद करने का ये था सबसे बड़ा कारण, बरबाद हो गए कई परिवार!

Shiv Kumar Mishra
15 Feb 2022 6:21 PM IST
Free Fire app फ्री फायर एप बंद करने का ये था सबसे बड़ा कारण, बरबाद हो गए कई परिवार!
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भारत सरकार ने जिन 54 चीनी ऐप्स पर कैंची चलाई है उसमें गरेना फ्री फायर पॉपुलर गेम भी शामिल है। 2020 में जब देश के अंदर PUBG को बैन किया गया था तब इसके डाउनलोड में 72% का इजाफा देखने को मिला था। वहीं, 2021 में इसे सबसे ज्यादा डाउनलोडिंग मिली। ये वही गेम है जिसने पिछले दो से तीन सालों में कई लोगों के बैंक अकाउंट भी खाली किए हैं। इस गेम को सिंगापुर की कंपनी गरेना सी ने डेवलप किया है, लेकिन इसे चीनी ऐप्स के साथ जोड़ गया। इसी वजह से सरकार की कैंची इस गेम पर भी चली है।

बता दें कि गृह मंत्रालय ने 54 चाइनीज ऐप्स को देश में बैन किया है। बैन किए गए ऐप्स में ऐपलॉक, ब्यूटी कैमरा, वीवा वीडियो एडिटर जैसे पॉपुलर ऐप्स शामिल हैं। फ्री फायर कैसा गेम है? इसके पॉपुलर होने की वजह क्या है? ये फ्री गेम है तो इसकी कमाई कैसे होती है? इसके सुर्खियों में रहने की वजह क्या है? इस स्टोरी में इन सभी बातों को जानते हैं।

गरेना फ्री फायर क्या है?

फ्री फायर एक फ्री-टू-प्ले बैटल रॉयल गेम है, जो PUBG की तरह खेला जाता है। हर 10 मिनट के गेम में आपको एक रिमोट आइलैंड पर छोड़ा जाता है। यहां आपके खिलाफ 49 प्लेयर होते हैं। सभी का मकसद सिर्फ सर्वाइवल होता है। पैराशूट की मदद से प्लेयर अपने हिसाब से कहीं से भी शुरुआत कर सकते हैं। सभी प्लेयर का लक्ष्य सेफ जोन में रहना होता है। उन्हें एयरस्ट्राइक से बचना होता है।

इतने बड़े मैप को एक्स्प्लोर करने के लिए खिलाड़ी गाड़ियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। झाड़ियों में छुप सकते हैं। दूसरे प्लेयर को मारने के लिए छुपकर स्नाइपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्लेयर को हथियारों को खोजना पड़ता है। प्लेजोन में बने रहने के लिए अपने दुश्मनों को लूटना पड़ता है। यदि प्लेयर लीजेंडरी एयरड्राप लूटने में कामयाब होता है तब उसे दूसरे प्लेयर से ज्यादा फायदा मिलता है।

वियतनाम के गेमिंग स्टूडियो ने डेवलप किया

फ्री फायर को 111 डॉट्स स्टूडियो ने डेवलप किया है। यह वियतनाम का एक छोटा सा गेमिंग स्टूडियो है। एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म्स के लिए गेम का पब्लिशर गरेना है। यह कंपनी सिंगापुर स्थित गेम पब्लिशर और डेवलपर है। फ्री फायर का मालिकाना हक गरेना के पास है। गरेना ने इस गेम को और इसके डेवलपर को 2017 में ही खरीद लिया था। बीते दिनों इस गेम को गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर से हटा दिया गया। जिसके बाद से कई फोन में इसने काम करना बंद कर दिया।

फ्री फायर की कमाई कैसे होती है?

आमतौर पर मोबाइल गेम या ऐप अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन दिखाते हैं। इन विज्ञापन पर क्लिक करने से उनका रेवेन्यू जनरेट होता है। हालांकि, बैटल रॉयल गेम्स को अपग्रेड करने से भी इनकी कमाई होती है। जैसे, किसी खिलाड़ी को कोई बेहतर ड्रेस चाहिए, या उसे एडवांस्ड हथियार लेना है तब उसे ये खरीदने होंगे। बैटल पास अनिवार्य रूप से एक कैलेंडर की तरह काम करता है, जो अर्जित XP के बदले खिलाड़ियों को नई खाल और बोनस आइटम प्रदान करता है। खिलाड़ी इन-गेम स्टोर के माध्यम से 400 हीरे का उपयोग करके इसे खरीद सकते हैं।

इस बात को इस तरह समझा जा सकता है कि 89 रुपए खर्च करने पर प्लेयर को 100 हीरे मिलते हैं। वहीं 250 रुपए का पैकेज 310 हीरे के साथ आता है। इसलिए एक बैटल पास खरीदने के लिए 339 रुपए खर्च करने होंगे, जिससे उन्हें 410 हीरे मिल जाएंगे। बचे हुए हीरों का उपयोग सस्ता सामान खरीदने में कर सकते हैं। हीरों को उन्हें बचाकर भी रखा जा सकता है।

कुछ रिपोट्स में ये भी कहा गया है कि फ्री फायर एक दिन में 7 करोड़ रुपए कमाता है। यानी एक महीन में उसकी कमाई 210 करोड़ रुपए करीब हो जाती है। हालांकि, इसे लेकर कंपनी ने कुछ ने कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया है।

फ्री फायर ने कई लोगों के अकाउंट खाली किए

फ्री फायर गेम का जुनून कई प्लेयर या यू कहें बच्चों के पेरेंट्स पर भारी पड़ा है। इस गेम के अपग्रेड करने या हथियार खरीदने के चक्कर में उन्होंने लाखों रुपए गवां दिए। बीते साल मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले 13 साल के कृष्णा पाण्डेय ने गरेना फ्री फायर में 40 हजार रुपए गंवा दिए। जब बच्चे की मां ने इस बात को लेकर उसे डांटा तो वो डिप्रेशन में चला गया और सुसाइड कर ली।

इस तरह, छत्तीसगढ़ के कांकेर के रहने वाले बच्चे ने 3.22 लाख रुपए के हथियार खरीद लिए। बच्चे ने मां के बैंक अकाउंट से 3 महीने में 278 बार ट्रांजैक्शन किया था।

UP के 3 बच्चों ने गेम खेलते-खेलते करीब 11 लाख रुपए से ज्यादा के हथियार खरीद डाले। इस गेम में पैसे जाने वाले कई मामले सामने आ चुके हैं।

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