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- कमलेश तिवारी हत्याकांड...
लखनऊ : कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं. इसमें शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कमलेश तिवारी का परिवार उनसे मिलना चाहेगा तो वह उनसे मुलाकात करेंगे.
सीएम योगी ने कहा कि वह सभी से मिलते हैं और परिवार से मुलाकात करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि एसआईटी को इस केस की जांच सौंपी गई है. सीएम ने आगे कहा, "मैं भी इस केस के बारे में पूरा अपडेट लूंगा. इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस मामले में दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा."
क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी और हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को बदमाशों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी. उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
इस मामले में पुलिस ने 24 घंटे में ही केस सुलझाने का दावा किया है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने मामले को लेकर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. हमलावर मिठाई के डिब्बे में हथियार छुपाकर लाए थे. डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि मिठाई का डिब्बा इस केस में सबसे अहम सुराग था.
मिठाई के डिब्बे को आधार बनाते हुए पुलिस की टीमें गठित की गईं और जांच उत्तर प्रदेश से होते हुए गुजरात तक जा पहुंची. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है जिनके नाम रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान हैं. यूपी डीजीपी के मुताबिक रशीद पठान नाम का शख्स इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है.
2015 में दिया था विवादित बयान
कमलेश तिवारी ने साल 2015 में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था, जिसके बाद कमलेश तिवारी की विवादित बयान देने के चलते गिरफ्तारी हुई थी. मुस्लिम समाज ने कमलेश तिवारी को फांसी देने की मांग की थी. फिलहाल वह जमानत पर रिहा चल रहे थे.
परिवार को मिलेगी सुरक्षा, बेटे को मिलेगा लाइसेंसी हथियार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग कर रहा कमलेश तिवारी का परिवार अंतिम संस्कार करने पर राजी हो गया है. इससे पहले कमलेश तिवारी के परिवार और प्रशासन के बीच कुछ बिंदुओं पर समझौता हुआ है. कमलेश तिवारी का परिवार रविवार शाम को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगा. रिपोर्ट के मुताबिक कमलेश तिवारी के परिवार को आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके साथ ही अगले 48 घंटे के अंदर पूरे परिवार के लिए सुरक्षा बहाल की जाएगी. कमलेश तिवारी के बड़े बेटे के लिए यूपी प्रशासन सरकारी नौकरी की अनुशंसा करेगी, साथ ही उसे लाइसेंसी हथियार भी दिया जाएगा. इसके साथ ही सरकार लखनऊ में इनके लिए घर की व्यवस्था करेगी. इन्हें सरकारी योजना के तहत आवास मुहैया कराया जाएगा. साथ ही कमलेश तिवारी के परिजनों के साथ गलत व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.