इस जगह पर मिले 6 सौ साल पुराना तांबे के सिक्के, पुरातत्व विभाग की टीम भी हुए हैरान
उस वक्त लोग चौंक गए जब खुदाई के दौरान कई प्राचीन तांबे के सिक्के मिले। गांव वालों ने इन सिक्कों को अपने पास रखने के बजाय जिला प्रशासन को इसे सौंप कर मिसाल पेश की...;
बिहार के ग्राम भोथली में उस वक्त लोग चौंक गए जब खुदाई के दौरान कई प्राचीन तांबे के सिक्के मिले। गांव वालों ने इन सिक्कों को अपने पास रखने के बजाय जिला प्रशासन को इसे सौंप कर मिसाल पेश की। गांव वालों का मानना था कि इन सिक्कों से लोगों को इतिहास के बारे में पता लगेगा इसीलिए इन्हें प्रशासन को सौंपा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, दुर्ग जिले के पाटन ब्लाक के भोथली गावं में सोमवार को बिजली का खंभा लगाने के लिए मजदूर खुदाई कर रहे थे, तभी अचानक उन्हें खुदाई करते समय एक तांबे का बड़ा कलश मिला। इस कलश में करीब छह सौ साल पुराने चांदी के 200 सिक्के मिले।
जब इन सिक्कों को पुरातत्व विभाग की टीम ने देखा तो वे भी हैरान हो गए। पहली बार इस इलाके में इतनी बड़ी तादाद में प्राचीन सिक्के बरामद हुए हैं। इन सिक्कों को मुगलकालीन खजाना बताया जा रहा है। ये सिक्के किस राजवंश से जुड़े हैं, इसका खुलासा जांच के बाद ही करने की बात कही जा रही है।
पुरातत्व विभाग की टीम ने बताया कि यह सिक्के तांबे के हैं। इसकी बनावट से यह प्रतीत होता है कि ये मुगलकाल के हैं। इस बारे में सरपंच गंगा प्रसाद निषाद ने बताया कि भोथली गांव के पास तरीघाट किसी जमाने में बड़ा व्यापारिक केन्द्र होने की बातें बड़े-बुजुर्गों से सुनी गई थी।
पुरातत्व विभाग भी इस बारे में दावा कर चुका है कि प्राचीन काल में यह जगह व्यापारिक केंद्र हुआ करती थी। यही वजह है कि यहां अक्सर प्राचीन सिक्के, बर्तन और मूर्तियां मिल चुकी हैं। बताते हैं कि गड्ढा काफी अधिक गहरा नहीं किया गया। महज 4 फिट गहराई पर कलश देखने को मिला।