राज्यसभा चुनाव: बिहार से ये पहुंच सकते है संसद, एक सीट को लेकर रस्सा कस्सी तेज?
बिहार में राज्यसभा चुनाव में राजद को फायदा तो जदयू को झटका लगेगा, बीजेपी की भी होगी एक सीट कम;
राज्यसभा की खाली हो रही सीटों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी होते है सभी प्रदेशों में सरगर्मी तेज हो गई है. बिहार में राज्यसभा की 6 सीटें खाली हो रही हैं,जिनमें से आरजेडी और जेडीयू के खाते में 2-2 सीटें जाएंगी. तो एक सीट बीजेपी को मिलनी तय है. 23 मार्च को खाली सीटों के लिए चुनाव होंगे और उसी दिन शाम को नतीजे भी आ जाएंगे.
छठी सीट को झपटने की कोशिश महागठबंधन और एनडीए दोनों की होगी. राज्य सभा की दो सीटें निकालने के बाद आरजेडी के अतिरिक्त 9 विधायक और कांग्रेस के 27 सदस्य आम सहमति के साथ एक और सीट जीतने में कामयाब हो सकते हैं. दोनों दलों में सहमति नहीं बनने के हालात में एनडीए 22 अतिरिक्त विधायकों के साथ चौथी सीट लपकने की कोशिश करेगी.
ऐसे में नजर होगी सीपीआई माले के 3 और निर्दलीय 4 विधायकों पर 14 मार्च को आने वाले जहानाबाद और भभुआ विधान सभा के नतीजे भी पार्टियों के गणित बिगाड़-बना सकते हैं. कांग्रेस के बड़े तादाद में नाराज विधायकों के क्राॅस-वोटिंग के आसार वाली खबरें जोर पकड़ती जा रही है.
कार्यकाल खत्म होने वाले बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद और धर्मेन्द्र प्रधान, जो केंद्र में मंत्री भी हैं, इन दोनों में से किसी एक की बिहार के रास्ते राज्यसभा में वापसी हो सकती है. जदयू के चार सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह,किंग महेंद्र प्रसाद,अनिल साहनी और अली अनवर रिटायर हो रहे हैं,जिनमें अली अनवर की पार्टी से बगावत ने उनके वापसी के रास्ते बंद कर दिए हैं तो अनिल साहनी का यात्रा-भत्ता विवाद उनकी वापसी की संभावनाओं को खत्म कर देता है. ऐसे में,वशिष्ठ नारायण सिंह और किंग महेन्द्र में से किसी एक की वापसी हो सकती है. हालांकि,राष्ट्रीय मंच पर जोरदार तरीके से जेडीयू की बातों को रखने वाले तेज-तर्रार नेता केसी त्यागी के लिए भी दरवाजे खुलते नजर आ रहे हैं. नीतीश कुमार पिछड़ा या अति पिछड़ा समाज के किसी नुमाइंदे को राज्य सभा की दूसरी सीट दे सकते हैं.
राज्यसभा में जहां जेडीयू 10 से घटकर 6 रह जाएगी.वहीं,आरजेडी की सदस्य संख्या 3 से बढ़कर 5 हो जाएगी. राबड़ी देवी, शिवानंद तिवारी, रघुवंश प्रसाद, जगदानंद सिंह, मनोज झा, हिना शहाब और अशरफ अली फातमी में से कोई दो आरजेडी कोटे से राज्यसभा में जा सकते हैं. बिहार की छठीं सीट को लेकर किसी बिजनेसमैन के भी दांव लगाने की चर्चा है.
झारखंड से राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं.जेएमएम और कांग्रेस के खाते की एक-एक सीटें खाली हो रही हैं. बीजेपी से धर्मेन्द्र प्रधान की झारखंड के रास्ते राज्य सभा में वापसी हो सकती है. पिछले चुनाव की तरह बीजेपी झारखंड की दूसरे सीट पर भी कब्जा जमाना चाहेगी. हालांकि,कांग्रेस के पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू भी कांग्रेस और जेएमएम को साध राज्य सभा में वापसी के जुगत में हैं.
आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है. 5 मार्च से नामांकन दाखिल करने की शुरुआत हो जायेगी. अगर चुनाव की आवश्यकता होगी तो 23 मार्च को वोट डाले जायेंगे. इसके परिणाम 23 मार्च उसी दिन शाम को आयेंगे.