बिहार के ICAS अधिकारी जितेंद्र कुमार झा का शव बरामद!
बिहार के आईसीएएस अधिकारी का शव दिल्ली में बरामद;
अब एक बड़ी खबर इस समय दिल्ली से आ रही है. जहाँ सुबह से लापता बिहार के रहनेवाले आईसीएएस अफसर जितेंद्र कुमार झा की डेडबॉडी मिली है. उनकी डेडबॉडी दिल्ली के पालम विहार रेलवे ट्रैक पर मिली है. यह अधिकारीयों के शव बरामदगी की एनसीआर दूसरी बड़ी घटना है. डेडबॉडी के पास से सुसाइड नोट मिलने की बात कही जा रही है.
हालांकि अभी तक इस मामले में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. इसके पहले बिहार के बक्सर डीएम मुकेश पांडेय की मौत हो गयी थी. उन्होंने भी सुसाइड कर लिया था. मुकेश पांडेय के बाद यह दूसरा बड़ा मामला है. उनका शव एनसीआर के गाजियाबाद में रेल ट्रैक पर बरामद हुआ था.इस मामले के बाद पूरा प्रशासनिक अमला सकते में है.
आईसीएएस जितेंद्र कुमार झा नई दिल्ली के द्वारका इलाके से लापता हो गए थे. वे 3 दिन पहले मॉर्निंग वाक पर घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं आए. वे प्रतिदिन मॉर्निंग वाक को जाते थे. बहुत खोजे जाने पर भी आईसीएएस जितेंद्र का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका था. लापता जितेंद्र कुमार झा मूल रूप से बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं. दिल्ली पुलिस और जितेंद्र के परिजनों के रिक्वेस्ट पर तलाश बिहार में भी शुरू कर दी गई थी. लेकिन अब उनकी डेडबॉडी मिलने से बिहार के प्रशासनिक महकमे में भी सनसनी फैल गयी है.
आईसीएएस जितेंद्र के लापता होने पर उनकी पत्नी भावना झा ने आरोप लगाया था कि सरकार ने एचआरडी मिनिस्ट्री में तैनाती से पहले चार साल में उनका छह बार ट्रांसफर किया था. इस कारण वह काफी दबाव में थे. आईसीएएस जितेंद्र की पत्नी किडनैपिंग की भी आशंका जता रही थी. उन्होंने बिहार पुलिस से अपने पति की तलाश में मदद मांगी है.
आईसीएएस जितेंद्र कुमार झा एचआरडी मंत्रालय से पहले मिनिस्ट्री ऑफ इंन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग, मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस, मिनिस्ट्री ऑफ लेबर, हेल्थ और सीपीडब्ल्यूडी में रहे चुके थे. ट्रांसफर होने से पहले वह लगातार तीन साल तक होम मिनिस्ट्री में थे. नई दिल्ली पुलिस के डिस्ट्रिक्ट पुलिस डिप्टी कमिश्नर ने छह टीमों का गठन कर झा की तलाश शुरू कर दी थी. अभी तक पुलिस किसी परिणाम पर नहीं पहुंची है. अचानक मिली खबर से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो रहा है.