बिहार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान में भगदड़, चार की मौत
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक इंतजाम नाकाफी थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस भगदड़ में 4 लोगों की मौत हो गई.;
नई दिल्ली: बिहार के बेगूसराय में आज सुबह कार्तिक पूर्णिमा स्नाान व महाकुंभ के दौरान भगदड़ मच गई. हादसे में चार लोगों की कुचलकर मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए. प्रशासन ने दो के मरने की पुष्टि की है.उधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि मरने वालों में से दो के शव नदी में बहा दिए गए.
शनिवार को कार्तिक पूर्णिमा व महाकुंभ के मद्देनजर बेगूसराय स्थित चकिया सिमरिया घाट पर भारी भीड़ थी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक इंतजाम नाकाफी थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस भगदड़ में 4 लोगों की मौत हो गई.
#UPDATE: 3 dead & 10 injured after stampede at Simaria Ghat in #Bihar's Begusarai.
— ANI (@ANI) November 4, 2017
डीएम नौशाद ने भगदड़ की रिपोर्ट को गलत बताया है. भीड़ सुबह काफी संख्या में लोग आए थे. 8 बजे भगदड़ वाली हालात नहीं थे. भगदड़ की वजह से मौत नहीं हुई है. 75 साल के ऊपर के तीन बुजुर्ग महिलाओं की भीड़ की वजह से सांस लेने में दिक्कत की वजह से मौत हुई है. इनके अलावा कोई घायल नहीं हुआ है.डीएम नौशाद के अनुसार व्यवस्था सही है.
भगदड़ के बाद लोगों ने खुद ही बचाव कार्य शुरु कर दिया. इस दौरान महिलाएं और बच्चे सहम गए. जानकारी के मुताबिक इस हादसे में घायलों को आस-पास अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
बता दें कि हिंदू धर्म में प्राचीनकाल से ही कार्तिक पूर्णिमा काफी महत्व है। शास्त्रों में इस दिन गंगा स्नान का काफी महत्व बताया गया है.कार्तिक पूर्णिमा का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है.
इस अवसर पर बिहार में गंगा घाटों पर कार्तिक पुर्णिमा के मौके पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए इकट्ठा होते हैं. घटना के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल है.प्रशासन ने फिलहाल दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. हालांकि, प्रत्यशक्षदर्शियों ने शवों को नदी में बहा देने का आरोप लगाया है.