बिहार में राजनीति सरगर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है. जबकि सीएम नीतीश कुमार की परेशानियाँ कम होने का नाम नहीं ले रही है. राजद नेता तेजस्वी पहले से ही हमलावर थे लेकिन सहयोगी दल के चिराग पासवान की चुनौती अब जाप पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव के सवाल ने और मामला उलझा दिया है.
जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मंगलवार को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए पार्टी गांव-गांव तक जन-जागरूकता अभियान चलाएगी. उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार की तरफ से विशेष राज्य की मांग को छलावा बताते हुए कहा कि जब केंद्र में और राज्य में एक ही गठबंधन की सरकार है, तो दिक्कत कहां है?
पप्पू यादव ने कहा कि सभी पार्टियां चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे की राजनीति कर रही हैं. बीजेपी से गठबंधन ने नीतीश कुमार की गरिमा और राजनीतिक छवि को बर्बाद कर दिया है और सुशील मोदी विकास का विधवा विलाप कर रहे हैं.
पार्टी के कार्यकर्ता दीवार लेखन, नुक्कड़ सभा और जनसंपर्क के माध्यम से विशेष राज्य के दर्जे की मांग को जन आंदोलन बनाएंगे. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज की मांग के लिए पटना के गर्दनीबाग में पार्टी की ओर आयोजित धरना के दौरान उन्होंने कहा कि गांधी, लोहिया और जेपी के नाम पर राजनीति करने वालों ने बिहार को कबिलाई शासन के दौर में पहुंचा दिया है. इस राज्य में कोई सुरक्षित नहीं है.
पप्पू यादव ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा और शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करने के लिए विशेष पैकेज की मांग को लेकर पार्टी गांव-गांव तक संघर्ष करेंगे. उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज बिहार का हक है, जो उसे हर हाल में मिलना चाहिए.
पुरानी बातों को याद कराते हुए उन्होंने कहा कि जब बिहार के बंटवारे का प्रस्ताव लोकसभा में आया था तो निर्दलीय सांसद के रूप में उन्होंने इसका विरोध किया था. बंटवारे के बाद बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग की गई थी, लेकिन आज तक कोई प्रयास नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास की चिंता किसी को नहीं है.