बीजेपी गई हार उधर एनडीए में मची रार, केंद्रीय मंत्री बोले पहले तय करो बिहार में कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा!
उपचुनाव के हार से बिखरी बीजेपी संभल नहीं पा रही है. तब तक दूसरी घटना विरोध में घटती नजर आ रही है. बिहार में लगातार जदयू के साथ होने के बाद भी उपचुनाव में हार हो जाने से सहयोगी दल अब बीजेपी पर दबाब बनाने लगे है. रालोसपा नेता और केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा अब बीजेपी से नाराज नजर आ रहे है. कह रहे है कि बीजेपी में तालमेल बेहद घटिया रहता है. एक बार साफ़ हो जाना चहिये कि कौन से पार्टी कितनी सीटों पर लड़ेगी.
मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा का कहना है कि बिहार में एनडीए के घटक दलों, जैसे-जेडीयू, एलजेपी और आरएलएसपी को तय कर लेना चाहिए कि कौन सी पार्टी कितने दलों पर चुनाव लड़ेगी. उपचुनाव में बीजेपी की हार पर भी उपेंद्र कुशवाहा ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं कुछ कमी है, इसलिए एनडीए को बैठकर इस पर मंथन करना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार की नीतियों का क्रियान्वयन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है.
बता दें कि जब 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ गया था उस समय जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं था. लेकिन जेडीयू के एनडीए में आने के बाद सीटों के बंटवारे का पेंच फंस रहा है. बिहार में इस वक्त एनडीए में बीजेपी समेत 4 पार्टियां हैं. बिहार की 40 लोकसभा सीटों को इन दलों के बीच बांटा जाना है. 2014 में बीजेपी ने बिहार में 22 सीटें जीती थीं, पार्टी इस दौरान 29 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जबकि एलजेपी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 सीटें जीती, वहीं RLSP 4 सीटों पर चुनाव लड़ी और तीन सीटें जीती. जबकि जेडीयू को मात्र 2 सीटों पर कामयाबी मिली थी.
जेडीयू के एनडीए खेमे में आने के बाद नीतीश कुमार की पार्टी इस गठबंधन में सीनियर का दर्जा चाहती है और लोकसभा की ज्यादा सीटों पर दावा कर रही है. जेडीयू के इसी दावे से आरएलएसपी और एलजेपी जैसी पार्टियों के लिए परेशानी पैदा हो रही है. बीजेपी खुद भी इस बात को लेकर पसोपेश में है. जेडीयू नेता चाहते हैं कि आरएलएसपी और एलजेपी को दिया जाने वाला सीट बीजेपी अपने कोटे से दे.
उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए में बिहार में जदयू शामिल हुआ है तबसे उखड़े नजर आ रहे है उससे पहले भी नाराज थे लेकिन हर समय नहीं अब तो नाराजगी में कभी पिछड़ों का आरक्षण तो कभी सीटों का बंटवारा लड़ाई बनी हुई है