मोदी तो मोदी मंत्री तीन गज आगे, बोले किसान मीडिया कवरेज के लिए खुदकशी करते है

Update: 2018-06-02 10:22 GMT
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने देश में किसानों की खुदकुशी को लेकर बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मीडिया में आने के लिए कुछ किसान तरह-तरह के उपक्रम कर रहे हैं। देश में करोड़ों की संख्या में किसान हैं और उसमें कुछ किसानों का ये प्रदर्शन मायने नहीं रखता।

राधामोहन ने मध्य प्रदेश में किसानों के आंदोलन और हाल के दिनों में उनकी आत्महत्या के सवाल पर कहा कि मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा किसानों के हित का काम किया जा रहा है और देश के करोड़ो किसानों में से कुछ ही किसान ऐसा प्रदर्शन कर रहे हैं।
बिहार के विशेष राज्य की मांग के सवाल पर राधामोहन सिंह ने कहा कि 14 वें वित्त आयोग ने बैठक में केंद्र और राज्य के बीच के मामले में राज्यों का कर का हिस्सा बढ़ा दिया था ऐसे में अब पंद्रहवे वित्त आयोग की रिपोर्ट आने पर इसे देखा जायेगा।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों और किसानों को हो रही असुविधा को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार इसको लेकर गंभीर है और इस पर नज़र रखी जा रही है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में किसान बंद आंदोलन आज से शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश के मंदसौर गोलीकांड के एक साल पूरे होने पर किसान संगठनों द्वारा गांव बंद का ऐलान हुआ था।

बतादें कि जहाँ एक ओर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के सीता माता के बारे में की गई टिप्पणी पर मचा बवाल अभी शाँत भी नहीं हुआ था। वहीं दूसरी ओर कृषि मंत्री राधे मोहन ने एक और बड़बोलापन दिखाते हुए किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या के ऊपर टिप्पणी कर दी। राधे मोहन ने कहा कि किसान मीडिया पर फेमस होने के लिए आत्महत्या करते हैं। किसान जिसे हम अन्नदाता भी कहते हैं के बारें में इस तरह की टिप्पणी करना क्या मोदी के मंत्रीयों को शोभा देता है। जहाँ हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश माना जाता है वहीं देश के मंत्री किसानों के बारें में इस तरह की अजीबोगरीब बयान बाजी करके किसानों के आत्म सम्मान को ठेस पहुँचा रहे हैं। 

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