तेजप्रताप के विवादित बयान पर सीएम नीतीश ने किया पलटवार, सोशल मीडिया जारी जंग
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार चौथे दिन ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद पर निशाना साधा। नीतीश ने शनिवार को लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के विवादास्पद बयान को लेकर लालू प्रसाद पर तंज कसा।;
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार चौथे दिन ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद पर निशाना साधा। नीतीश ने शनिवार को लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के विवादास्पद बयान को लेकर लालू प्रसाद पर तंज कसा। नीतीश ने बिना किसी का नाम लिए इशारों ही इशारों में लालू पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट कर कहा,"बाल-बच्चों और परिजनों से गाली दिलवाना, सामाजिक सद्भावना और साझी विरासत का उत्कृष्ट उदाहरण!" इन हमलों से परेशान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को ट्वीट किया है कि बाल-बच्चों और परिजनों से गाली दिलवाना और सामाजिक सद्भावना और साझी विरासत का उत्कृष्ट उदाहरण है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेज प्रताप और लालू यादव हर दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ट्वीट कर हमला बोल रहे हैं। लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि बिहार में दो और घोटाला उजागर हुआ है। डस्टबीन घोटाला और एलईडी बल्ब घोटाला। मुख्यमंत्री ने घोटालेबाजों को एक घोटाला करने पर तीन घोटाले करने की भारी छूट दी हुई है। तेजस्वी ने एक और ट्वीट किया है कि 'बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होगी ही क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री पर ही मर्डर का संगीन आरोप है।'
गौरतलब है कि लालू के बड़े बेटे और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को घर में घुसकर मारने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खाल उधेड़ने की धमकी दी थी। तेज प्रताप के इस बयान के बाद चारों तरफ उनकी आलोचना हुई थी। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान भी इस बयान के बाद काफी गुस्से में दिखे थे।
बाल-बच्चों और परिजनों से गाली दिलवाना, सामाजिक सद्भावना और साझी विरासत का उत्कृष्ट उदाहरण !!
— Nitish Kumar (@NitishKumar) December 2, 2017
वहीं दूसरी तरफ लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि नीतीश कुमार जी इकलौते ऐसे नेता है, जिन्होंने सबसे ज्यादा नारा दिया और उससे भी ज्यादा घोटाले किए, ट्रक के हिसाब से, अब करोड़ों का नया घोटाला आया 'डस्टबिन घोटाला'।