विलय के खिलाफ देश भर के बैंक कर्मचारी आज हड़ताल पर, लेकिन SBI ग्राहकों के लिए ये होगी राहत की बात

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सहित ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को हड़ताल और उसके प्रभाव के बारे में पहले ही सूचित कर दिया है।

Update: 2019-10-22 02:39 GMT

आज देश में बैंकिंग सेवाएं व्‍यापक रूप से ठप रहेंगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय और जमा राशि पर ब्याज दर घटने के विरोध में ऑल इंडिया बैंक इंप्लॉइज एसोसिएशन (AIBEA) व बैंक इंप्लॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) जैसी कुछ कर्मचारी यूनियनों ने आज देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।हालांकि, अधिकारी और निजी क्षेत्र के बैंक हड़ताल में शामिल नहीं होंगे। ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को इस संबंध में पहले ही सूचित कर दिया है। हालांकि देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों को इस हड़ताल का ज्‍यादा असर नहीं पड़ेगा। बैंक के मुताबिक जो कर्मचारी संगठन हड़ताल में शामिल हैं उसमें एसबीआई के कर्मचारियों की सदस्‍यता काफी कम है।

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सहित ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को हड़ताल और उसके प्रभाव के बारे में पहले ही सूचित कर दिया है। एसबीआई ने पिछले सप्ताह शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ''इस हड़ताल में शामिल कर्मचारी यूनियन में हमारे बैंक कर्मचारियों की सदस्यता संख्या काफी कम है। ऐसे में हड़ताल से बैंक के कामकाज पर असर काफी सीमित रहेगा।'' सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक सिंडिकेट बैंक ने कहा, ''प्रस्तावित हड़ताल को लेकर बैंक ने अपनी शाखाओं में सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। हालांकि, हड़ताल होने की स्थिति में बैंक शाखाओं-कार्यालयों का कामकाज प्रभावित हो सकता है।''

एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा, ''मुख्य श्रमायुक्त द्वारा बुलाई गई बैठक का नतीजा सकारात्मक नहीं रहने की वजह से हमने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।'' मुख्य श्रमायुक्त के समक्ष भारतीय बैंक संघ (आईबीए) और यूनियनों की बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है। उन्होंने कहा, ''ऐसे में हमारा हड़ताल का आह्वान अपनी जगह कायम है। हम देशभर में यूनियनों और सदस्यों से इस हड़ताल में शामिल होने का आह्वान करते हैं।''

हड़ताल में सिर्फ दो यूनियनों के कर्मचारी होंगे शामिल

इस बीच, भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ ऑफिसर्स तथा इनसे जुड़ी बैंक यूनियंस ने बताया है कि वह 22 अक्टूबर को प्रस्तावित बैंक हड़ताल में शामिल नहीं हैं। समूचे बैंक उद्योग की 9 यूनियनों में से केवल दो यूनियनों ने ही इस हड़ताल का आहवाहन किया है।पिछले महीने बैंक अधिकारियों की यूनियनों ने 26-27 सितंबर को दो दिन की हड़ताल की घोषणा की थी। लेकिन सरकार के हस्तक्षेप के बाद हड़ताल को वापस ले लिया गया था।

26 अक्टूबर से लगातार 4 दिन बंद रहेंगे बैंक

आपको बता दें कि इस हफ्ते धनतेरस और दिवाली का त्योहार है। जिसके कारण 26, 27, 28, 29 अक्टूबर को लगातार चार दिन बैंक की छुट्टी रहने वाली है। ऐसा महीने के चौथे शनिवार और दिवाली की छुट्टियों के चलते होगा। ऐसे में कैश, डिपॉजिट, निकासी संबंधी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन्हें पहले ही पूरा कर लें तो आपको सहूलियत होगी। 

Tags:    

Similar News