Car Export in India: इस भारतीय कार ने बिक्री के मामले में पछाड़ा सभी अन्य कारों को, विदेशों में है इसकी भारी डिमांड
मई 2023 में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट की जाने वाली कार फॉक्सवैगन वर्टस पांचवें स्थान पर रही.;
मई 2023 में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट की जाने वाली कार फॉक्सवैगन वर्टस पांचवें स्थान पर रही. जल्दी गाड़ी उसकी 3099 यूनिट बाहर देशों में भेजी गई जबकि छठे नंबर पर मारुति सुजुकी डिजायर रही.
Top 10 Car Export: भारत में हर महीने बड़ी संख्या में कारों की बिक्री होती है। इसके साथ ही भारत में बनी कारे देशों में भी निर्यात की जाती है। इन कारों की देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भारी मांग रहती है लेकिन बढ़ती हुई महंगाई के कारण देश में कार बाजार पर असर पड़ा है इस कारण पिछले महीने गाड़ियों के निर्यात में भी काफी कमी देखी गई।मई 2023 में 6.42 फ़ीसदी की कमी के साथ कुल 53,237 यूनिट्स पैसेंजर व्हीकल का निर्यात हुआ. सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट होने वाली टॉप 10 कारों में मारुति सुजुकी की एक कार फिर से पहले पायदान पर रही और इसने कंपनी की कुछ सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों को भी इस मामले में पीछे छोड़ दिया. हम बात कर रहे हैं मारुति सुजुकी की एस्प्रेसो की जो पिछले महीने सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट हुई गाड़ी में से एक है ।
मारुति एस प्रेसो रही नंबर वन
पिछले महीने में मारुति एस्प्रेसो का सबसे अधिक एक्सपोर्ट किया गया। इस दौरान विदेशों में इसकी 5925 यूनिट एक्सपोर्ट की गई जबकि पिछले साल मई महीने में यह आंकड़ा 3,692 यूनिट एक्सपोर्ट का था. यानी इस गाड़ी के निर्यात में 60% की बंपर ग्रोथ हुई है।भारत में इस कार की शुरुआती एक्स शोरूम कीमत 4.2 लाख रुपये है.
दूसरे स्थान पर रही हुंडई एक्सेंट
इसके बाद सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट होने वाली गाड़ी हुंडई एक्सेंट रही जो दूसरे स्थान पर भी अपनी जगह बनाई जिसकी 5198 यूनिट एक्सपोर्ट की गई जबकि तीसरे स्थान पर 4910 यूनिट के साथ मारुति बलेनो और चौथे स्थान पर 3413 यूनिट के साथ मारुति सिलेरियो रही सिलेरियो के निर्यात में पिछले साल के मुकाबले 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
पांचवें नंबर पर रही फॉक्सवैगन वर्टस
मई 2023 में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट के मामले में फॉक्सवैगन वर्टस पांचवें स्थान पर रही. इसकी 3,099 यूनिट्स का निर्यात हुआ. जबकि छठे नंबर पर मारुति सुजुकी डिजायर रही. किया सोनेट ने भी इस लिस्ट में अपना नाम बनाया है। इस लिस्ट में सातवें स्थान पर रही जबकि 230 फ़ीसदी उछाल के साथ मारुति अर्टिगा आठवें स्थान पर रही। वहीं 60% की गिरावट के साथ मारुति स्विफ्ट नौवें पायदान पर रहे जबकि इस लिस्ट में आखिरी स्थान किया सेल्टोस का है।