Chartered Accountants' Day: देश और दुनियाभर के सीए ने मनाया 74वां चार्टर्ड अकाउंटेंट्स दिवस

Update: 2022-07-02 16:39 GMT

1 जुलाई को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, आईसीएआई (ICAI) ने 74वां चार्टर्ड अकाउंटेंट्स दिवस मनाया. ICAI ने भारत में अपनी 5 क्षेत्रीय परिषदों व 166 शाखाओं और 48 देशों के 77 शहरों में स्थित 33 प्रतिनिधि कार्यालयों व 44 विदेश स्थित शाखाओं के जरिए 74वां चार्टर्ड अकाउंटेंट्स दिवस सेलिब्रेट किया. इसी दिन 1 जुलाई 1949 को, भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंसी के पेशे को रेगुलेट करने, इसे बढ़ावा देने और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने के लिए, संसद के एक अधिनियम द्वारा आईसीएआई (ICAI) की स्थापना की गई थी.

सरकारी पहल को सपोर्ट के लिए ICAI को सराहा

इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, श्री कैलाश चौधरी ने वेबकास्ट के माध्यम से चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को संबोधित किया. उन्होंने देश भर में वृक्षारोपण की पहल के लिए आईसीएआई (ICAI) को बधाई दी. उन्होंने कहा कि अगर इस स्थापना दिवस पर 10 लाख आईसीएआई सदस्य और छात्र अगर एक-एक पेड़ ही लगाते हैं, तो कुल 10 लाख पेड़ लगाए जाएंगे. यह एक बड़ी संख्या है और इससे निश्चित रूप से स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण बनाने में बड़ा योगदान मिलेगा.

कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री ने इस बात की भी याद दिलाई कि प्रधान मंत्री ने 1 जुलाई, 2022 से सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने कहा कि चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने हमेशा विभिन्न सरकारी पहल यानी गवर्नमेंट इनिशिएटिव का समर्थन किया है और उनको पूरा करने की दिशा में भी काम किया है. उन्होंने इसके लिए जीएसटी रोल आउट व कुछ अन्य योजनाओं का उदाहरण दिया. उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट की बिरादरी से इस पहल को भी आगे बढ़ाने और देश का भविष्य बेहतर बनाने के लिए योगदान योगदान देने का आग्रह किया.

देश में बेस्ट ग्लोबल प्रैक्टिस लाने में ICAI आगे

74वें सीए दिवस पर नई दिल्ली में आईसीएआई (ICAI) द्वारा एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था. कार्यक्रम के चीफ गेस्ट श्री गिरीश चंद्र मुर्मू, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक और गेस्ट ऑफ ऑनर श्री राजेश वर्मा, IAS, सेक्रेटरी, मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस मौके पर ICAI के प्रेसिडेंट सीए (डॉ.) देबाशीष मित्रा, ICAI के वाइस प्रेसिडेंट अनिकेत सुनील तलाटी और ICAI के केंद्रीय और क्षेत्रीय परिषद के सदस्य उपस्थित थे.

इस अवसर पर चीफ गेस्ट के रूप में उपस्थित भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुरमुरे ने कहा कि आईसीएआई (ICAI) और यह प्रोफेशन अपनी स्थापना के बाद से हमेशा देश में बेस्ट ग्लोबल प्रैक्टिस को लाने में सबसे आगे रहा है. चाहे वह अकाउंटिंग स्टैंडर्ड यानी लेखांकन मानकों की स्थापना, शिक्षा और प्रशिक्षण या स्टेकहोल्डर्स का क्षमता निर्माण हो. उन्होंने कहा कि आईसीएआई बहुत अच्छा काम कर रहा है और सभी रेगुलेटर्स के साथ काम करने के लिए और अधिक प्रयास करना चाहिए. साथ ही वर्तमान ढांचे को और मजबूत करने के लिए रेगुलर बातचीत करने के अलावा सही समय पर सूचना यानी रियल टाइम इंफॉर्मेशन देना चाहिए.

मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के सेक्रेटरी श्री राजेश वर्मा ने कहा कि आईसीएआई क्वालिटी के हाई स्टैंडर्ड को स्थापित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि संस्थान शिक्षा की एक नई योजना लेकर आ रहा है जो भविष्य और विश्व स्तर पर रेलिवेंट यानी प्रासंगिक है. उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि नई योजना चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की पेशेवर क्षमता को बढ़ाएगी और उन्हें वैश्विक रूप से तैयार करेगी.

MSME सेक्टर में बड़ा योगदान

उन्होंने कहा कि एमएसएमई (MSME) सेक्टर भारत के फाइनेंशियल सिस्टम की रीढ़ है और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट एमएसएमई के विश्वसनीय सलाहकार हैं. 3.2 लाख से अधिक चार्टर्ड अकाउंटेंट की एमएसएमई सेक्टर में गहरी पहुंच है और वे कई तरह की सेवाएं सेक्टर को दे रहे हैं.

फाइनेंशियल एंड टैक्स लिटरेसी अभियान

ICAI के प्रेसिडेंट सीए (डॉ.) देबाशीष मित्रा ने कहा कि आईसीएआई 1949 में अपनी स्थापना के बाद से कई गुना बढ़ गया है. अब यह 48 देशों के 77 शहरों में 166 शाखाओं के माध्यम से मौजूद है. आईसीएआई ने देश की भलाई के लिए फाइनेंशियल एंड टैक्स लिटरेसी अभियान शुरू किया है. वहीं लोगों को फाइनेंस और टैक्स की बारीकियों के बारे में शिक्षित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है. आईसीएआई सोशल आडिट स्टैंडर्ड (सामाजिक लेखा परीक्षा मानकों) पर भी काम कर रहा है.

ICAI के वाइस प्रेसिडेंट अनिकेत तलाटी ने धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए कहा कि आईसीएआई हमेशा सरकार की विभिन्न पहल का समर्थन करने के लिए आगे रहा है. आईसीएआई ने कैश बेस्ड अकाउंटिंग के स्थान पर एक्रुअल बेस्ड अकाउंटिंग के कार्यान्वयन के लिए भारतीय रेलवे का समर्थन किया. चार्टर्ड एकाउंटेंसी के लिए शिक्षा की नई योजना इंटरनेशनल अकाउंटेंसी बॉडीज यानी अंतरराष्ट्रीय लेखा निकायों की क्टिस और राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के महत्वपूर्ण पहलुओं और आईएफएसी (इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ अकाउंटेंट्स) के अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मानकों के तहत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है.

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