ATM खाली होने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताई ये बजह?
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कुछ राज्यों में शुरू हुई नोटों की कमी की समस्या पूर्वी महाराष्ट्र, बिहार और गुजरात में भी फैल गई।;
नई दिल्ली : देश के कई राज्यों में कैश की किल्लत की खबरें आने के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कुछ इलाकों में नोटों की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि सरकार ने देश में करंसी के हालात की समीक्षा की है। वित्त मंत्री ने कहा कि देश में जरूरत से ज्यादा नोट सर्कुलेशन में हैं और बैंकों में भी पर्याप्त नोट उपलब्ध हैं।
Have reviewed the currency situation in the country. Over all there is more than adequate currency in circulation and also available with the Banks. The temporary shortage caused by 'sudden and unusual increase' in some areas is being tackled quickly.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) April 17, 2018
इधर, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रसाद शुक्ल ने कहा है कि कुछ राज्यों में नोटों की पैदा हुई किल्लत तीन दिनों में खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कैस की किल्लत है, वहां दूसरे राज्यों के मुकाबले कम नोट पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जरूरत के मुताबिक राज्यों के बीच नोटों का उचित वितरण करने की दिशा में कदम उठा रही है।
दरअसल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में बीते कई सप्ताह से जारी कैश की किल्लत + से उहापोह की स्थिति पैदा हो गई है। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर नए नोट गए तो गए कहां? सवाल उठ रहा है कि क्या अब भी नोट कालेधन के कारोबारियों के कब्जे में चले गए हैं या रिजर्व बैंक ने ही नोटों की सप्लाई कम कर दी है?
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कुछ राज्यों में शुरू हुई नोटों की कमी की समस्या पूर्वी महाराष्ट्र, बिहार और गुजरात में भी फैल गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो इसके पीछे गहरी साजिश की आशंका तक व्यक्त कर दी। हालांकि, केंद्र सरकार के स्पष्टीकरण से कैश क्रंच का असली कारण पता चल चुका है।