OLA के इस फैसले से लगा आम जनता को झटका!
क्या आप OLA की इस सस्ती सेवा का लेते हैं लाभ?;
क्या आप ओला कैब की सस्ती सेवा का लाभ लेते है. तो कंपनी के इस फैसले से सस्ती सेवा का लाभ लेने वालों को झटका लग सकता है. ओला जल्द ही इस सेवा को बंद करने जा रही है. कैब प्रोवाइडर कंपनी ओला (OLA) ने शटल सेवा बंद करने का फैसला लिया है.
कैब प्रोवाइडर कंपनी ओला (OLA) शटल सेवा बंद करने का फैसला लिया है. ओला ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद में बस सेवा तीन फरवरी से समाप्त कर दी. मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि 'कैब' और ऑटो से जाने वालों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. इसका कारण इन सेवाओं का सस्ता होना है. इससे शटल की सेवा लेने वालों की संख्या पर असर पड़ा.
ओला की शटल सेवा का लाभ ज्यादातर उपनगरीय इलाके लोग करते हैं. उदारहण के तौर पर दिल्ली से ज्यादा नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम आदि उन शहरों में शटल सेवा का ज्यादा प्रयोग होता है जो महानगरों के इई-गिर्द बसे हैं. दरअसल, उपनगरों के दूर-दराज की सोसाइटी में बसे लोग ओला की शटल सेवा के जरिए ही जॉब पर आते-जाते हैं.
कंपनी के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी भावीश अग्रवाल ने एक बयान में कहा, "कंपनी ऑस्ट्रेलिया में कारोबार की बड़ी संभावना देख रही है."अग्रवाल ने कहा, "हमारा लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया में नागरिकों के लिए एक उच्च गुणवत्ता और किफायती यात्रा अनुभव की रचना और स्वस्थ गतिशील यात्रा वातावरण में योगदान करना है." 2011 में स्थापना के बाद ओला भारतीय बाजार में उबर के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रही है. ओला के वर्तमान में भारत के अंदर 12.50 करोड़ उपयोगकर्ता हैं और इसका संचालन 110 शहरों में है. कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरू में है.
भारतीय ऑनलाइन कैब समूह ओला ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपने प्रवेश की घोषणा की. अपने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी उबर से टक्कर लेने के लिए इसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया से की जाएगी. कंपनी के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, "हमने मंगलवार से सिडनी, मेलबर्न और पर्थ में निजी वाहनों और चालकों को भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और आने वाले दिनों में यात्रा के शुरू होने की संभावना है."