हंसुआ के बियाह में खुरपी का गीत बज रहा है!
मोदीजी भी कम नहीं हैं। आर्थिक सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन पर बात करने की क्या ज़रूरत थी?
जाने किसकी नज़र लग गई वसंत को। रात से ही मौसम ऐसा खराब हुआ कि भीगे हुए गली-चौराहों पर फिर से अलाव जलने लगे। उत्तरायण के बाद शिमला में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। ऑल इंडिया रेडियो ने ट्विटर पर बर्फबारी का वीडियो जारी किया है। सीलिंग के खिलाफ दिल्ली की सडकों पर उतरे व्यापारी डबल स्वेटर और जैकेट में हलकान दिखे तो शुक्लाजी ने मौज ली- केजरीवाल ने कहा है कि इस बेमौसम बारिश के लिए मोदी जिम्मेदार है।
मोदीजी भी कम नहीं हैं। आर्थिक सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन पर बात करने की क्या ज़रूरत थी? मौसम का रुख़ भांप कर लगे हाथ ममता दीदी ने एक साथ नेताजी और बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि दे दी है। साथ में रमेश सिप्पी को हैप्पी बर्थडे भी बोल दिया है। शिवसेना अकेले चुनाव लड़ने पर आमादा है। राहुल गांधी पूछ रहे हैं कि एक फीसदी लोगों के पास 73 फीसदी पैसा क्यों है। सम्बित पात्रा ने मौलिक जवाब दिया है कि इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उधर ऑस्कर में ''द शेप ऑफ वाटर'' को सबसे ज्यादा तेरह श्रेणियों में नॉमिनेशन मिल गए हैं गोकि अपने यहां बरसों पहले कबीर कह गए कि सारा भेद भांडे का है, पानी सब में एक है।