दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की "फ्रि" वाली रणनीति AAP को मात देने के लिए तैयार

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का लोगों को इंतजार है लेकिन पार्टियों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है

Update: 2020-01-05 10:46 GMT

नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का लोगों को इंतजार है। इसको लेकर किसी भी वक्त चुनाव आयोग की तरफ से घोषणा की जा सकती है लेकिन पार्टियों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। वही कांग्रेस पार्टी वापसी करने के लिए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए नई रणनीति बना रही है।

वही भाजपा नेतृत्व द्वारा बनाई गई प्रभारियों की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। पार्टी दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर जनकल्याण के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए मोदी ब्रांड को चुनाव में भुनाने की रणनीति पर काम कर रही है।

जैसे बेरोजगारी भत्ता, गरीब परिवारों के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा और बुजर्गों एवं छात्रों को मुफ्त सरकारी परिवहन सेवाएं देने जैसे कई बड़े वादे करने की तैयारी में है। पार्टी तय कर चुकी है कि वह बिजली बिल में 600 यूनिट तक राहत देने और बुजर्गों एवं दिव्यांगों के लिए पांच हजार रुपए की मासिक पेंशन देने का वादा अपने चुनावी घोषणापत्र में शामिल करेगी.

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन की अध्यक्षता वाली 69 सदस्यीय घोषणापत्र समिति लंबी मन्त्रणा और समाज के विभिन्न वर्गों के साथ विचार-विमर्श के बाद चुनावी वादों की सूची तैयार करेगी. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि दिल्ली चुनाव में भी बेरोजगारी भत्ते का वादा लगभग तय है. इसके लिए कितनी मासिक राशि का वादा किया जाए, इस पर मंथन जारी है.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'पार्टी में फिलहाल राय है कि छह हजार रुपए के बेरोजगारी भत्ते का वादा किया जाए. यह राशि बढ़ाई भी जा सकती है. बहरहाल, घोषणापत्र समिति विचार-विमर्श के बाद अंतिम राशि तय करेगी.' गौरतलब है कि कांग्रेस ने एक साल पहले विधानसभा चुनावों के दौरान मध्यप्रदेश में चार हजार रुपए प्रति माह, राजस्थान में 3500 रुपए प्रति माह और छत्तीसगढ़ में 2500 रुपए प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था. पार्टी को इन तीनों राज्यों में जीत हासिल हुई थी.

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में पार्टी निजी एवं सरकारी दोनों तरह के स्कूलों में गरीब परिवारों के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करने के वादे को लेकर भी विचार कर रही है. पार्टी की चुनावी रणनीति से अवगत एक नेता ने कहा, 'केजरीवाल सरकार को महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा की याद चुनाव से कुछ महीने पहले आयी. हम विचार कर रहे हैं कि महिलाओं के साथ बुजुर्गों और छात्रों के लिए भी सार्वजनिक परिवहन सेवाएं मुफ्त की जाएं.'

यमुना की सफाईउन्होंने कहा, 'हम दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने, यमुना की सफाई, हर घर तक पीने का साफ पानी पहुंचाने, बिना डेवेलपमेंट चार्ज के सभी अनाधिकृत कालोनियों को पक्का करने का वचन भी जनता को देंगे.'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'शीला दीक्षित की 15 वर्षों की सरकार इस बात की गवाह है कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है.' सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में कांग्रेस अपनी खोई जमीन हासिल करने के लिए कमर कसते हुए, चुनावी वादों के संदर्भ में अरविंद केजरीवाल को कड़ी टक्कर दे रही है गौरतलब है कि दिल्ली में फरवरी के शुरु में विधानसभा चुनाव होने हैं.

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