अब जफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास 'शाहीन बाग' की तरह धरना जारी, मेट्रो स्टेशन को किया गया बंद

Update: 2020-02-23 05:25 GMT

दिल्ली के जाफराबाद में पांच सौ की संख्या में महिला प्रदर्शनकारियों ने सड़क को बंद कर दिया है। इनकी भारी संख्या में मौजूदगी के बाद जाफराबाद मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है।

सीएए पर जाफराबाद में भारी संख्या में महिलाओं के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है। शनिवार की देर रात शुरू हुए प्रदर्शन के बाद से ही वहां पर महिला पुलिसकर्मी समेत भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। प्रदर्शनकारियों ने सीलमपुर को मौजपुर और यमुना विहार से जोड़ने वाले मार्ग संख्या 66 को रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने हालांकि दावा किया कि मौके पर एक भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यह नए नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ आंदोलन को और तेज करने के लिए है।

एक प्रदर्शनकारी शादाब ने कहा, "यह प्रदर्शन सीएए, एनआरसी के खिलाफ और दलितों को आरक्षण की मांग के लिए है। आंदोलन की अगुआई महिलाएं कर रही हैं और पुरुष सिर्फ उनका सहयोग कर रहे हैं।"

जाफराबाद मेट्रो के पास सीएए और एनआरसी के खिलाफ सैकड़ों की तादाद में महिलाएं मुख्य सड़क पर उतर गईं. इससे आवागमन भी ठप हो गया है. विरोध में उतरीं महिलाएं हाथों में तिरंगा लेकर 'आजादी' के नारे लगा रही हैं. प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि वह यहां से तब तक नहीं हटेंगी, जब तक कि केंद्र सरकार सीएए को रद्द नहीं कर देती है. बता दें कि शाहीन बाग इलाके में भी महिलाएं हाइवे पर दो महीने से भी ज्‍यादा समय से धरना-प्रदर्शन कर रही हैं।

प्रदर्शनकारियों ने अपनी बांह पर नीली पट्टी बांधी और 'जय भीम' के नारे भी लगाए. इलाके में महिला पुलिसकर्मियों सहित बड़ी तादाद में सुरक्षा बल तैनात किया गया है. महिलाओं ने सीलमपुर को मौजपुर और यमुना विहार से जोड़ने वाली सड़क नंबर 66 को अवरुद्ध कर दिया है. अचानक विरोध-प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो गया. सड़क को खाली कराने के लिए पुलिस प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश कर रही है.

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