जान‍िये क‍िस तरह रिक्शा चालक का बेटा अंसार अहमद बना पहले ही अटेम्‍प में IAS ऑफिसर

ऑटो चलाकर प‍िता चलाता था घर का खर्च, पहले ही अटेम्‍प में बेटा बना IAS ऑफिसर

Update: 2020-04-01 16:38 GMT

IAS Success Story: कौन कहता है क‍ि आसमां में छेद नहीं हो सकता. तब‍ियत से एक पत्‍थर तो उछालो यारों. ये स‍िर्फ शेर नहीं है. बल्‍क‍ि हकीकत है. हालात चाहे जैसे भी हों. दृढ़ इच्‍छाशक्‍त‍ि और संकल्‍प हो तो कोई भी व्‍यक्‍त‍ि अपने लक्ष्‍य को हासिल कर सकता है. हर साल लाखों उम्‍मीदवार यूपीएससी स‍िव‍िल सेवा परीक्षा की तैयारी करते हैं और इनमें कुछ अपने हालातों को नजरअंदाज कर अपने लक्ष्‍य को पहली बार में ही हास‍िल कर लेते हैंक.

आज हम जो सफलता की कहानी आपके ल‍िये लेकर आये हैं वह एक ऐसे व्‍यक्‍त‍ि की है, ज‍िसके प‍िता घर का खर्च चलाने के ल‍िये ऑटो चलाते थे. जी हां, आज हम बात कर रहे हैं अंसार अहमद शेख की, ज‍िन्‍होंने अपनी व‍िपरीत पर‍िस्‍थ‍ित‍ियों को खुद पर हावी नहीं होने द‍िया और कामयाबी की म‍िसाल बन गए. अंसार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने वाले सबसे कम उम्र के उम्मीदवार हैं.

अंसार अहमद शेख ने पहले अटेंप्ट में साल 2015 में ऑल इंडिया 361वीं रैंक हासिल की. अंसार और उनका पर‍िवार महाराष्ट्र के जालना गांव के रहने वाले हैं. उनके प‍िता ऑटो चालक और भाई मैकेन‍िक का काम करते हैं. परिवार की आर्थ‍िक स्‍थ‍ित‍ि कमजोर थी. इसल‍िये अंसार और उनके भाई की कई ख्‍वाह‍िशें पूरी नहीं हो पाती थीं, लेक‍िन अंसार ने अपने कमजोर हालात को कभी अपनी पढ़ाई पर असर छोड़़ने नहीं द‍िया. उन्‍होंने कक्षा में हमेशा अच्‍छा प्रदर्शन क‍िया. उन्होंने पुणे के प्रतिष्ठित कॉलेज से पॉलीटिकल साइंस में B.A किया.

उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी करते हुए लगातार तीन सालों तक दिन में 12 घंटे काम किया और भारत की सबसे प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धी यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने में सफल हुए. 

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