JEE Main 2023 Toppers' Tips: जाने कैसे करें जेईई मेंस की तैयारी जाने टॉपर्स की जुबानी

अपनी परीक्षा देने की रणनीति का साझा करते हुए अधिकांश टॉपर टॉपर्स जी की तैयारी में एनसीईआरटी की पुस्तकों की महत्वता बताते हैं

Update: 2023-03-31 12:58 GMT

अपनी परीक्षा देने की रणनीति का साझा करते हुए अधिकांश टॉपर टॉपर्स जी की तैयारी में एनसीईआरटी की पुस्तकों की महत्वता बताते हैं और बताया कि कैसे कोचिंग जाने के बावजूद उन्होंने परीक्षा के लिए एक बेहतर रणनीति बनाई

JEE Main 2023: राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) 6 अप्रैल से संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) Main 2023 सत्र 2 आयोजित करेगी। सत्र 1 जनवरी में आयोजित किया गया था और कुल 20 छात्रों ने 100 प्रतिशत अंक हासिल किए थे।अपनी जेईई मेन परीक्षा की रणनीति को साझा करते हुए, अधिकांश टॉपर्स ने जेईई की तैयारी में एनसीईआरटी की पुस्तकों की प्रासंगिकता की ओर इशारा किया और बताया कि कैसे कोचिंग जाने के बावजूद इससे उन्हें परीक्षा के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद मिली।

आप के लिए अनुशंसित

अहमदाबाद के हरसुल सुथार मेन सैशन में 1 से 100 परसेंटाइल हासिल किए। वह बताते हैं कि उन्होंने सबसे पहले ऐसे विषयों को कवर किया जो उन्हें इंटरेस्टिंग लगते थे और जिन विषयो में वह कमजोर थे उनके संदेहो को भी उन्होंने दूर किया। वह कहते हैं कि उन्होंने परीक्षा से एक महीने पहले जेईई मेन के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से तैयारी शुरू कर दी थी।

वहीं महाराष्ट्र के टॉपर ज्ञानेश शिंदे कहते हैं कि एनसीईआरटी के माध्यम से स्वाध्याय और मार्गदर्शन से इस परीक्षा को क्रैक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। "मैं जेईई परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा चला गया और यहां मिले मार्गदर्शन ने मुझे परीक्षा पास करने में मदद की। हालाँकि, स्व-अध्ययन एक बड़ा कारक है क्योंकि मार्गदर्शन का उपयोग करने का यही एकमात्र तरीका है। बुनियादी अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए एनसीईआरटी एक अच्छा तरीका है। जेईई-मेन जनवरी सत्र में, 95.79 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई, जिसमें 8.24 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए।

वही दो जुड़वा भाई निपुण गोयल और निकुंज गोयल एक के दो टॉपर्स रहे जिन्होंने क्रमशः 100 और 99.99 प्रतिशत के साथ जेईई परीक्षा में सफलता प्राप्त की ।

अपनी तैयारी की रणनीति साझा करते हुए जुड़वा बच्चों ने कहा, की हो ज्यादातर कोचिंग से मिले हुए अध्ययन सामग्री को ही पढ़ते थे और इसमें ही उनका पूरा समय लगता था। क्लास अटेंड करने से पहले उन्होंने एनसीईआरटी को पढ़ा। इसमें उन्होंने महत्वपूर्ण अवधारणाओं को पढ़ने में मदद मिली " कक्षा में शिक्षक हमें नोट्स देते थे और बाद में हम प्रश्नों को हल करते थे। जब परीक्षाएं करीब आ रही थीं, तो कोचिंग संस्थान रिवीजन कक्षाएं आयोजित करता था।"

इस तरह से आप इन बच्चों के दिए हुए टिप्स के माध्यम से जेईई की परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं और आप भी आगे बढ़ सकते है

Tags:    

Similar News