निर्भया केस: सुप्रीम कोर्ट में दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका की सुनवाई टली, अब ये बेंच करेगी सुनवाई
दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट आज निर्भया केस में फांसी की सजा पाने वाले 4 दोषियों में से एक अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई कल तक के लिए टल गई है. सीजेआई ने कहा है कि वो इस मसले की सुनवाई के लिए बुधवार सुबह 10.30 बजे एक अलग बेंच का गठन करेंगे।
अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई शुरू होने के दस मिनट के भीतर ही टल गई. चीफ जस्टिस ने खुद को इस सुनवाई से अलग कर लिया है. अब तीन जजों की नई बेंच बुधवार सुबह साढ़े दस बजे इस पर सुनवाई करेगी. माना जा रहा है कि दो जज तो यही रहेंगे, जबकि सीजेआई की जगह कोई अन्य जज आएंगे.
जिसमें अक्षय ने दिल्ली के प्रदूषण का हवाला देते हुए मौत की सजा पर सवाल उठाए थे। वहीं पूरे देश की निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हुईं हैं। दिसंबर 2012 में निर्भया दुष्कर्म और हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 2017 मंत अक्षय, मुकेश, पवन और विनय को मौत की सजा सुनाई थी। एक अन्य दोषी राम सिंह ने कथित तौर पर तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली थी।
मुकेश, पवन और विनय ने पिछले साल फैसले पर पुनर्विचार याचिका लगाई थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। दोषी विनय ने राष्ट्रपति के पास भेजी दया याचिका वापस लेने की मांग की है। उसने कहा था कि दया याचिका पर मेरे हस्ताक्षर नहीं हैं।
अक्षय ने फांसी से बचने के लिए अजीब दलीलें दी थीं
अक्षय ने मौत की सजा से बचने के लिए अजीब दलीलें दीं थीं। उसने याचिका में दिल्ली के गैस चैंबर होने, सतयुग-कलियुग, महात्मा गांधी, अहिंसा के सिद्धांत और दुनियाभर के शोधों का जिक्र किया था। अक्षय ने कहा था कि जब दिल्ली में प्रदूषण की वजह से वैसे ही लोगों की उम्र घट रही है, तब हमें फांसी क्यों दी जा रही है?
अदालत का फैसला आने से पहले निर्भया की मां आशा देवी का बयान आया है। निर्भया की मां ने कहा है कि हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा क्योंकि हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। अगर कुलदीप सेंगर(उन्नाव रेप कांड में दोषी करार) और निर्भया के चारों दोषियों को फांसी होती है तो समाज में एक कड़ा संदेश जाएगा।
अक्षय के वकील ने दलील दी है कि प्रदूषण के चलते वैसे ही दिल्ली में लोगों की जिंदगी कम हो रही है, इसलिए उसकी मौत की सजा पर पुनर्विचार किया जाए। बेंच पीड़िता की मां की अर्जी पर भी सुनवाई करेगी।
उन्होंने शीर्ष कोर्ट से अक्षय की याचिका न स्वीकार करने की अपील की है। सुप्रीम कोर्ट इसी साल 9 जुलाई को इस मामले के तीन और दोषियों मुकेश, पवन गुप्ता और विनय शर्मा की पुनर्विचार याचिका खारिज चुका है। चारों को 2017 में मौत की सजा सुनाई गई थी।
बता दें कि 16 दिसंबर 2012 में निर्भया के साथ गैंगरेप कर उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में एक नाबालिग समेत छह अभियुक्तों को दोषी करार दिया गया था. मालूम हो कि एक दोषी ने तिहाड़ जेल में सुसाइड कर लिया था.