मीडिया ने HIV.को लेकर डराने का कुकृत्य किया था, अब वही हाल कोरोना को लेकर हो रहा है!

इस पर.सरकार भी जोर है। अच्छे प्रयास हो रहे हैं। इसकी सराहना की जानी चाहिए ।यूं तो किसी कल्याण कारी राज में इस तरह की पहल सरकार की जिम्मेदारी भी.होती है।

Update: 2020-03-16 15:28 GMT

वीरेंद्र सिंह सेंगर 

कोरोना वायरस खतरनाक है। पूरी दुनिया इसे भयाक्रांत है। चीन से.शुरु हुई ये आफत और कई. देशों में बढ़ी.है। अभी तक इसकी कोई कारगर दवा नहीं आई।कोरोना निरोधी टीका आने.में कम से कम एक.साल लगने का अनुमान है। फिलहाल बचाव के तरीके ही विकल्प. है। इस पर.सरकार भी जोर है। अच्छे प्रयास हो रहे हैं। इसकी सराहना की जानी चाहिए ।यूं तो किसी कल्याण कारी राज में इस तरह की पहल सरकार की जिम्मेदारी भी.होती है। 

इस मामले में.सबसे गैर जिम्मेदारी. वाली भूमिका भक्त टीवी चैनलों की रही है। ये लोगों को ज्यादा डरा रहे हैं। एक दौर.में मीडिया ने Hiv.को लेकर डराने का कुकृत्य किया था।.कहा गया था कि दुनिया का बड़ा हिस्सा. इसी से.खत्म हो जाएगा। हकीकत हम सब.जानते हैं। अब कोरोना को लेकर दिन रात स्यापा किया जा रहा है। जबकि इसी बीच देश के बड़े हिस्से. में.भयंकर बरसात और ओलावृष्टि से करोडों किसान बर्बाद. हो गये हैं।लेकिन कहीं ढंग से.कवरेज. नहीं हुई। चैनलों. मे ं इस बीच.एमपी और गुजरात मे ं विधायकों की घोड़मणडी की शर्मनाक खबरें ही चटखारेदार ढंग से.परोसी गयीं । कांग्रेस. के.स्वधन्यनाम रहे. नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दलबदल.कियाहै,रातों रात उन्हें तमाम दिव्य ज्ञान. हुआ.है।

जो मोदी जी सप्ताह भर पहले उन्हें हिटलर नजर.आते.थे।अब अवतारी नेता नजर आ रहे हैं।कायदे से दलबदलू महराज से मीडिया पूछता कि पीएमके.बारे में तब झूठबोल रहे थे या अब बोल रहे हैं?।लेकिन न्यु इंडिया में शायद मीडिया धर्म बदल गया है, राज धर्म की तरह! कोरोना को लेकर लखनऊ में पुलिस ने एक उस ठग को पकड़ा है।जो दस दस रूपये में ताबीज बेच रहा था। अच्छा किया।लेकिन इसी बीच एक भगवाधारी चर्चित संत ने अपने तमाम भक्तों के साथ कोरोना भगाने के लिए गौ मूत्र पीने पिलाने का जश्न मनाया।टीवी चैनलों ने तमाशे और आस्था के नाम पर घंटो दिखाया।यू ट्यूब के जरिये भारत का यह मूखर्तापूर्ण तमाशा पूरी दुनिया देख रही है।

इससे देश की छवि कि खासा मजाक बन रहा है।लेकिन ऐसे पाखंडी लोगों का कुछ नहीं बिगड़ता। क्यूंकि इन पर संतरापुर की कृपा है। ये संत जी सालों से टीवी डिबेट में हिंदुत्व के प्रतिनिधि के रूप मे ं बुलाया जाता है।  ऐसे कई और मूर्खतापूर्ण बातें करने वाले भगवाधारी हैं, जिन्हें टीवी वाले टीआरपी के लिए और सरकार के आकाओं को खुश करने के लिए बुलाते हैं।ये खुलकर हिंदुत्व के नाम पर सांप्रदायिक विमर्श करते हैं।सामाजिक जहर फैलाने का एजेण्डा सालों से चल रहा है। कोरोना भले देश का ज्यादा कुछ न बिगड़ पाए। लेकिन धर्म और आस्था के नाम पर ये संत और मौलवी के वेष वाले कोरोना से ज्यादा संक्रामक और घातक हैं। जागो जागो इस देशघाती वायरस को पहचानो। वर्ना बहुत देर हो जाएगी मित्रों, भाई बहनों!


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