Swachh Survekshan में इंदौर फिर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर, पूरी लिस्ट में देखें कौन शहर कितने नंबर पर

सरकार द्वारा जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में इंदौर इस साल भी टॉप पर है, वहीं गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है।

Update: 2020-08-20 08:05 GMT

नई दिल्ली : भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों की घोषणा कर दी है और एक बार फिर से इंदौर ने बाजी मारी है। सरकार द्वारा जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में इंदौर इस साल भी टॉप पर है, वहीं गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है। इंदौर पिछले तीन साल से टॉप पर था और यह उसका लागातार चौथा साल है। इससे पहले चार बार इस तरह का सवेर्क्षण हो चुका है।

सरकार की इस लिस्ट में तीसरा स्थान नवी मुंबई का है। गंगा किनारे बसे शहरों में उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी अव्वल है। वहीं बिहार की राजधानी पटना सबसे निचले पायदान पर है।

केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 'स्वच्छ महोत्सव' नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए गए। पहले खबर थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के शहरों में साफ-सफाई से संबंधित 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' के परिणामों की घोषणा करेंगे, मगर आज वह इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल नहीं हो पाए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए इंदौर वासियों, अधिकारियों और स्वच्छता योद्धाओं को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, 'आज मध्य प्रदेश के लिए गर्व और प्रसन्नता का क्षण हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में देश के सबसे स्वच्छ शहर में प्रथम स्थान के सम्मान के लिए इंदौरवासियों, अधिकारियों एवं स्वच्छता योद्धाओं को बधाई। इस प्रोत्साहन और सम्मान के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का हृदय से आभार।'






सर्वेक्षण के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसुरू ने हासिल किया था, जबकि इसके बाद इंदौर लगातार तीन साल तक (2017,2018,2019) शीर्ष स्थान पर रहा है। इस साल भी इंदौर ने बाजी मारकर लगातार चौथे साल टॉप पर काबिज रहने का तमगा हासिल कर लिया है।

करीब एक महीने चले इस सवेर्क्षण के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया है। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े। साढे पांच लाख से अधिक सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े और ऐसे 21 हजार स्थानों की पहचान की गई, जहां कचरा पाये जाने की ज्यादा संभावना है। आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ साथ विभिन्न शहरों के मेयर , निगम आयुक्त और अन्य पक्षधारक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। 

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