नसीरुद्दीन शाह के बचाव में आए आशुतोष राणा, दिया ये बयान
आशुतोष राणा ने नसीरुद्दीन शाह का बचाव करते हुए कहा कि अपनी बात रखने पर किसी का ‘सामाजिक ट्रायल’ नहीं होना चाहिए।
बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह के एक बयान के बाद देश में एक विवाद छिड़ गया है। कोई उनके बयान से सहमत है तो कोई असहमत। हर कोई अपना मतलब निकालकर बात कर रहा है। नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि वो बच्चों को लेकर देश में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बुलंदशहर का भी जिक्र करते हुए कहा था कि इंसान के हत्यारे की जगह गाय के हत्यारों को पकड़ने को तरजीह दी जा रही है।
वहीं अभिनेता आशुतोष राणा ने नसीरुद्दीन शाह का बचाव करते हुए कहा कि अपनी बात रखने पर किसी का 'सामाजिक ट्रायल' नहीं होना चाहिए। यूपी के बलरामपुर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे राणा ने संवाददाताओं से कहा कि सभी लोगों को अपने मन की बात साझा करने का अधिकार है और स्वतंत्रता का मतलब भी यही होता है। देश में अगर कोई अपने मन की बात रखता है तो क्या उसका सामाजिक ट्रायल होना चाहिए?
उन्होंने कहा कि घर या परिवार के सदस्य की तरफ से कोई प्रतिक्रिया आती है तो उस पर विचार होना चाहिए। मन की बात कहने पर इस तरह के विवाद खड़ा करने से क्या देश की अर्थव्यवस्था सुधर जाएगी या आमदनी बढ़ जाएगी। राणा ने कहा कि इस तरह के विवाद करने से क्या रोजगार बढ़ सकता है? इसलिए हम सबको किसी के मन की बात को गंभीरता से सुनना चाहिए।