'जनेऊ' वाली तस्वीर में दिखे 'क्रॉस' पर ट्रोल हुए आर माधवन, फिर ऐसे की ट्रोलर्स की बोलती बंद

हाल ही में, माधनव ने अपने पिता, बेटे के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें उनके परिवार की तीन पीढ़िया जनेऊ पहने दिख रही है।

Update: 2019-08-17 07:23 GMT

एक्टर आर माधवन ने हाल ही में एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की लेकिन वो इस तस्वीर की बजह से ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए। हाल ही में, माधनव ने अपने पिता, बेटे के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें उनके परिवार की तीन पीढ़िया जनेऊ पहने दिख रही है।

अपनो सोशल मीडिया अकाउंट पर ये तस्वीर शेयर करते हुए माधव ने स्वतंत्रता दिवस, रक्षा बंधन और अव्नि अवित्तम की लोगों को शुभकामनाएं दी। ये तस्वीर उन्होंने 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन शेयर की थी। यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन कुछ यूजर्स को उनकी इस तस्वीर में कुछ खटका। दरअसल, उनकी इस तस्वीर से पीछे एक 'क्रॉस' दिख रहा है, जिस वजह से उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। हालांकि, माधवन भी बखूबी जानते हैं कि ट्रोलर्स का मुंह कैसे बंद करना है।



दरअसल, माधवन की तस्वीर के पीछे दिख रहा क्रॉस कुछ लोगों को रास नहीं आया। वो माधनव को फेक कहकर बुलाने लगे। एक यूजर्स ने तो माधवन की फोटो शेयर करते हुए उस क्रॉस को हाईलाइट करते हुए सवाल उठाया, 'बैकग्राउंट में क्रॉस क्यों हैं? ये क्या मंदिर है? आपने सम्मान खो दिया है। क्या चर्चों में आप हिंदू भगवान पाते हैं? जो भी आपने आज किया है, वो सब फेक ड्रामा है।'

जिसके बाद इन ट्रोलर्स को माधवन ने करारा जवाब देते हुए ट्वीटर पर एक लंबा पोस्ट किया। उन्होंने इस पोस्ट में लिखा, 'आप जैसे लोगों की पसंद की मैं वास्तव में परवाह नहीं करता। मैं उम्मीद करता हूं कि आप जल्द ठीक होंगे। ये हैरानी की बात है कि आपको अपनी बीमारी की वजह से क्रॉस तो नजर आया, लेकिन वहां रखी स्वर्ण मंदिर की तस्वीर नहीं दिखी। आपने मुझसे ये नहीं पूछा कि कहीं मैंने सिख धर्म तो नहीं अपना लिया।

उन्होंने आगे लिखा, 'दरगाहों से मिली दुआएं भी मेरे पास हैं और दुनियाभर के धार्मिक स्थलों का आशीर्वाद भी प्राप्त है। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। मेरे घर में हर तरह की आस्थाओं के लिए स्थान है। मुझे बचपन से ये सिखाया गया है कि अपने धर्म के साथ ही दूसरों के धर्मों का भी सम्मान करो। मैं उम्मीद करता हूं कि मेरे बेटा भी ऐसा ही करेगा। मैंने मंदिर के अलावा हर दरगाह, गुरुद्वारा और चर्च में पूजा की है। ये अच्छी किस्मत है मेरी की जब पास में मंदिर नहीं होता, तो मैं यहां चला जाता हूं। मैं हिंदू हूं, ये जानने हुए भी मुझे इन जगहों से बहुत प्यार मिला है।' आखिर में उन्होंने लिखा, 'मेरे पास लोगों को देने के लिए प्यार और सम्मान है, क्योंकि यहीं मैंने अपनी यात्राओं और अनुभवों से सिखा है। यही सच्ची आस्था है। प्यार और शांति।' गौरतलब है कि जो तस्वीर माधवन से साझा की, उसमें वो Avani Avittam मनाते दिख रहे हैं। ये त्योहार ब्राह्मण मनाते हैं।


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