जान जोखिम में डालकर नाला पार करते स्कूली बच्चे, वीडियो ने खोली गुजरात मॉडल की पोल?

जी हां, गुजरात में स्कूल जाने के लिए बच्चों को जान हथेली में रखकर नाला पार करना पड़ता है।

Update: 2018-07-11 05:34 GMT

खेड़ा : गुजरात मॉडल की हकीकत बयां करता एक वीडियो न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट किया है। जिसमें आप देख सकते हैं कि किस तरह जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चे नाला पारकर स्कूल जाते हैं। जी हां, गुजरात में स्कूल जाने के लिए बच्चों को जान हथेली में रखकर नाला पार करना पड़ता है। दरअसल गुजरात के खेड़ा जिले के नाएका और भेरई गांव को जोड़ने वाला पुल दो साल पहले टूट गया था। ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन के समक्ष अर्जी भी दाखिल की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 

वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे स्कूली बच्चे अपने पैरंट्स और स्थानीय लोगों की मदद से नाला पार कर रहे हैं। यह बेहद खतरनाक है। ऐसी स्थिति में जरा सी चूक होने पर किसी के साथ भी हादसा हो सकता है। स्कूल जाने के लिए बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी यह नाला ऐसे ही पार करना पड़ता है। 


एक स्थानीय ने बताया, 'अगर हम इस रास्ते का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो हमें एक किमी के बजाय 10 किमी का सफर तय करना पड़ता है।' इस दौरान खेड़ा कलेक्टर आईके पटेल ने निर्माण कार्य जल्द शुरू होने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, 'निर्माण कार्य जल्द ही दोबारा शुरू होगा। सिर्फ बारिश की वजह से पुल बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है।' 

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