पाकिस्तानी ब्लॉगर ने बताया RAW के साथ संबंध के शक में हुआ अपहरण
आसिम फेसबुक पर एक पेज चलाते हैं जिसका नाम 'मोची' है.इस पेज को पाकिस्तानी सेना का आलोचक माना जाता है जिसके मुताबिक पाकिस्तानी सेना प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर देश में शासन कर रही है.
नई दिल्ली: एक पाकिस्तान ब्लॉगर आसिम सईद का साल की शुरूआत में अपहरण कर लिया गया था. जिसके कुछ सप्ताह बाद उसे रिहा कर दिया गया था. ब्लॉगर आसिम सईद ने आरोप लगाते हुए कहा है की उनसे भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एवं एनेलिसिस विंग (RAW) के साथ संबंधों के बारे में पूछा. इस दौरान उनको बेहद यातनाएं दी गई.
सोशल मीडिया एक्टिविस्टस में आसिम सईद भी एक सदस्य थे. आसिम सईद सहित पांच और ब्लॉगरों का अपहरण कर लिया गया था. अपनी जान को खतरा होने के कारण उन्होंने ब्रिटेन से शरण मांगी है. आसिम फेसबुक पर एक पेज चलाते हैं जिसका नाम 'मोची' है.इस पेज को पाकिस्तानी सेना का आलोचक माना जाता है जिसके मुताबिक पाकिस्तानी सेना प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर देश में शासन कर रही है.
आसिम के बीबीसी को बयान देकर बताया कि, कुछ सादे कपड़े में आए लोगों ने उन्हें जबरदस्ती कार में बिठा लिया और फिर उनके साथ मारपीट की, उसके बाद एक आदमी ने पूछा कि मालूम है तुमको क्यों पकड़ा गया? जब मैंने कहा कि मुझे नहीं पता तो उसने मुझे एक थप्पड़ मारा. उसके बाद मेरे फेसबुक पेज 'मोची' के बारे में बात करने लगा.
आसिम ने आगे बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उनसे सोशल मीडिया, ईमेल और फोन से जुड़े पासवर्ड मांगे.आसिम को कैद में आतंकवादियों के साथ रखा गया. वहां उसको बहुत बुरी यातनाएं दी गईं. उसका पोलीग्राफ टेस्टक किया गया.
उसमें लगातार रॉ के साथ संबंधों के बारे में पूछा जाता रहा. मसलन क्याप आप कभी रॉ से जुड़े रहे. आपका हैंडलर कौन है. क्याक रॉ ने आपको धन मुहैया कराया. उनसे यह भी पूछा गया कि वह पाक सेना का इतना आलोचक क्यों है. हालांकि पूछताछ के कुछ समय बाद आसिम को छोड़ दिया गया.