तो इस तरह भारत लेगा शहीदों की शहादत का बदला,सुषमा स्वराज ने दिया ये बयान

So this way India will take revenge of martyrdom martyrdom, given by Sushma Swaraj

Update: 2018-01-01 10:49 GMT
नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहली बार भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सीरीज को लेकर बयान दिया। पार्लियामेंट्री पैनल की मीटिंग के दौरान सुषमा ने कहा कि जबतक पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंक फैलाना और सैनिकों पर फायरिंग करना बंद नहीं करता, तब तक दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज की कोई संभावना नहीं है। मीटिंग में विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर और विदेश सचिव एस जयशंकर भी शामिल थे।
न्यूट्रल वेन्यू (भारत-पाकिस्तान के अलावा किसी देश में) में सीरीज रखने के एक सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा जबतक पाकिस्तान आतंकियों का खात्मा और सीमापार से गोलीबारी बंद नहीं करता है तब तक एेसी किसी सीरीज की संभावना नहीं है। उन्होंने साफ किया कि क्रिकेट और आतंक साथ-साथ नहीं चल सकते।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी सीरीज 2012-13 के दौरान खेली गई थी। भारत में खेली गई 3 मैचों की वनडे सीरीज पाकिस्तान ने 2-1 से जीता था।
मीटिंग में विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के राजदूत के साथ अपनी मुलाकात का भी जिक्र किया। स्वराज ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान के सामने 70 साल की उम्र से ज्यादा के कैदियों या महिलाओं या दिमागी रूप से बीमार लोगों को मानवीय आधार पर छोड़ने का प्रस्ताव रखा है।
 मीटिंग में मौजूद एक मेंबर के मुताबिक, मीटिंग का एजेंडा 'रिलेशनशिप विद द नेबरहुड' (पड़ोसी के साथ रिश्ता) रखा गया था।
बता दें कि इस साल पाकिस्तान ने करीब 800 बार सीजफायर नियम तोड़ा है। आए दिन सीमापार से गोलीबारी और सीजफायर उल्लंघन की खबरें आती रहती हैं। बीते दिनों पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव की मां और बहन से बदसलूकी के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ा है।

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