Coronavirus: झारखंड में सिगरेट, बीड़ी, पान-मसाला, गुटखा पर रोक

सरकार ने राज्य में सिगरेट, बीड़ी, पान-मसाला, हुक्का, खैनी, जर्दा, गुटखा और ई-सिगरेट के उपयोग पर पूरी रोक लगाते हुए तमाम तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.

Update: 2020-04-22 15:11 GMT

झारखंड सरकार ने राज्य में सिगरेट, बीड़ी, पान-मसाला, हुक्का, खैनी, जर्दा, गुटखा और ई-सिगरेट के उपयोग पर पूरी रोक लगाते हुए तमाम तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने बुधवार को एक आदेश जारी करते हुए पूरे राज्य में सार्वजानिक जगहों (Public Places) पर सभी तरह के तंबाकू उत्पादों- सिगरेट, बीड़ी, पान-मसाला, हुक्का, खैनी, जर्दा, गुटखा और ई-सिगरेट के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही तमाम तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगा दी है.

यहां-वहां थूकने से फ़ैल सकता है कोरोनावायरस

डॉ. कुलकर्णी ने बताया, "पान-मसाला, खैनी, जर्दा और गुटखा खाकर यहां-वहां थूकने से कोरोनावायरस (Coronavirus) फैलने का खतरा बढ़ता है, यही वजह है कि सार्वजानिक जगहों पर तंबाकू के पदार्थों के सेवन पर प्रतिबंध लगाया गया है."

उन्होंने बताया कि तंबाकू का सेवन करना इस समय लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है. थूकने से कोरोनावायरस आसानी से फैल सकता है, क्योंकि तंबाकू का सेवन करने वाले लोग यहां-वहां थूकते हैं. इससे कई गंभीर बीमारी जैसे कोरोना, इंसेफ्लाइटिस, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है.

उन्होंने कहा कि सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को इस आदेश का पालन करवाने और उल्लंघन होने पर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. इसके साथ-साथ सभी सरकारी, गैर-सरकारी परिसरों में इस बारे में बोर्ड लगवाने के भी आदेश दिए गए हैं.

राज्य में सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय और परिसर में तंबाकू सेवन पर प्रतिबंध लगाते हुए इन्हें तंबाकू मुक्त क्षेत्र (Tobacco-free zone) घोषित किया जा चुका है.

झारखंड में तंबाकू पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार की तकनीकी सहयोग संस्थान (टेक्निकल सपोर्ट इंस्टिट्यूट) सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलेपमेंट सोसाइटी (SEEDS) के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा (Deepak Mishra) ने स्वास्थ्य विभाग के जारी इस आदेश का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे राज्य में तम्बाकू सेवन में भी कमी आएगी. साथ ही कोरोना जैसी महामारी (Pandemic) फैलने का खतरा भी कम होगा.

मिश्रा ने बताया कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारत सरकार के प्रकाशित जीएटीएस 2 के सर्वे (GATS 2 survey) की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में तंबाकू सेवन करने वालों में कमी आई है. यह आंकड़ा पिछले 7-8 सालों में 50.1 प्रतिशत से घटकर 38.9 प्रतिशत हो गया है, जिसमें चबानेवाले तंबाकू का सेवन करने वालों का प्रतिशत 34.5 है.

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