कर्नाटक उपचुनाव : 15 विधानसभा सीटों पर हुई 66.25 पर्सेंट वोटिंग

Update: 2019-12-05 16:29 GMT

बेंगलुरु: कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए गुरुवार को वोट डाले गए। शाम छह बजे तक कुल 66.25 पर्सेंट मतदाताओं ने अपने वोट डाले। यह उपचुनाव येदियुरप्पा सरकार की किस्मत तय करेगा। बीजेपी को राज्य की सत्ता में बने रहने के लिए 225 सदस्यीय विधानसभा (स्पीकर सहित) में 15 सीटों (जिन पर उपचुनाव हो रहे) में कम से कम छह सीटें जीतने की जरूरत है। हालांकि, अब भी मास्की और आरआर नगर सीटें रिक्त रहेंगी। उपचुनाव के नतीजे 9 दिसंबर को आएंगे।

कांग्रेस प्रत्याशी गजानन मंगसूली ने अथनी में, जेडी(एस) कैंडिडेट बीएल देवराज ने बांदीहोल में, बीजेपी कैंडिडेट केसी नारायणगौड़ा ने केआर पीट में और हुंसूर में 70 साल के बीजेपी कैंडिडेट एएच विश्वनाथ ने वोट डाला। विश्वनाथ पहले जेडी(एस) के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। इस दौरान जेडी(एस) कैंडिडेट बीएल देवराजू ने बांदीहोल बूथ पर पोलिंग अधिकारियों से ईवीएम को वास्तु के हिसाब से घुमाने को कहा तो सब हैरान रह गए। अथनी के तंगाड़ी गांव में एक पोलिंग बूथ में ईवीएम में गड़बड़ी के कारण वोटिंग रुक गई। बीजेपी कैंडिडेट महेश कुमथल्ली को विक्रमपुर पोलिंग स्टेशन पर ईवीएम में गड़बड़ी के कारण 15 मिनट रुकना पड़ा।

इन सीटों पर हो रहे हैं उपचुनाव

सुबह सात बजे से शुरू हुआ मतदान शाम छह बजे तक चला। अथनी, कागवाड, गोकक, येल्लापुरा, हीरकपुर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबल्लापुरा, के.आर. पुरा, यश्वंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजीनगर, होसकोट, केआर पेटे और हनसुर में उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। इस दौरान राज्‍य के कुल 37.78 लाख मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था। ये उपचुनाव 17 विधायकों को अयोग्य करार देने से पैदा हुई रिक्तियों को भरने के लिए कराए गए हैं। इन विधायकों में कांग्रेस और जेडीएस के बागी नेता शामिल थे।

बीजेपी के पास अभी 105 विधायक

इन विधायकों की बगावत के चलते इस साल जुलाई में एचडी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई थी और बीजेपी के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हुआ। विधानसभा में अभी बीजेपी के पास 105 (एक निर्दलीय सहित), कांग्रेस के 66 और जेडीएस के 34 विधायक हैं। बीएसपी के भी एक विधायक हैं। इसके अलावा एक मनोनीत विधायक और स्पीकर हैं।

13 अयोग्‍य विधायक बने बीजेपी प्रत्‍याशी

अयोग्य करार दिए गए 13 विधायकों को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। उपचुनाव लड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद पिछले महीने वे बीजेपी में शामिल हो गए थे। गुरुवार को जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हुए, उनमें 12 पर कांग्रेस और तीन पर जेडीएस का कब्जा है।

पहले 21 अक्‍टूबर को होने थे उपचुनाव

कांग्रेस के भी एक पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण के मुताबिक मतदान प्रतिशत कम रहने की उम्मीद है, लेकिन इसका फायदा कांग्रेस को होगा। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में ये उपचुनाव 21 अक्टूबर को होने थे, लेकिन चुनाव आयोग ने इसे 5 दिसंबर के लिए टाल दिया। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य करार दिए विधायकों की याचिकाओं की सुनवाई करने का फैसला किया था।

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