फोटो को लेकर भिड़ीं ये IAS-IPS अधिकारी! राज्य के गृह मंत्री को देनी पड़ी कार्रवाई की चेतावनी

दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों के बीच चल रहे सार्वजनिक झगड़े ने कर्नाटक प्रशासन की नाक में दम कर दिया है.

Update: 2023-02-20 10:17 GMT

बेंगलुरु: दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों के बीच चल रहे सार्वजनिक झगड़े ने कर्नाटक प्रशासन की नाक में दम कर दिया है. ये मामला इतना बढ़ गया है कि अब राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र को कार्रवाई की चेतावनी देनी पड़ी है. दरअसल रविवार को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी डी रूपा मौदगिल (D Roopa Moudgil) ने सोशल मीडिया पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें साझा कीं. साथ ही दावा किया कि रोहिणी सिंधुरी ने पुरुष आईएएस अधिकारियों को अपनी तस्वीरें भेजकर सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन किया है.

डी रूपा ने अपने फेसबुक पेज पर तस्वीरें पोस्ट कीं और आरोप लगाया कि सिंधुरी ने 2021 और 2022 में तीन आईएएस अधिकारियों के साथ तस्वीरों को साझा किया था. इतना ही नहीं एक दिन पहले, डी रूपा ने सिंधुरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की एक लंबी सूची जारी की थी और दावा किया था कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और मुख्य सचिव वंदिता शर्मा से भी शिकायत की थी.

जिसके बाद रविवार को सिंधुरी ने एक बयान जारी कर कहा कि डी रूपा उनके खिलाफ "झूठा, व्यक्तिगत निंदा अभियान" चला रही हैं और कार्रवाई की धमकी दे रही हैं. सिंधुरी ने कहा, "उसने मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया से तस्वीरें (मेरी) और व्हाट्सएप स्टेटस के स्क्रीनशॉट एकत्र किए. जैसा कि उसने आरोप लगाया है कि मैंने ये तस्वीरें कुछ अधिकारियों को भेजी हैं, मैं उनसे उनके नामों का खुलासा करने का आग्रह करती हूं."

सिंधुरी ने डी रूपा मौदगिल पर हमला करता हुआ कहा कि 'मानसिक बीमारी एक बहुत बड़ी समस्या है, दवा और परामर्श की आवश्यकता है. जब ये बीमारी जिम्मेदार पदों पर लोगों को प्रभावित करती है, तो यह और भी खतरनाक हो जाता है. आईपीएस रूपा मेरे खिलाफ झूठे, व्यक्तिगत बदनामी अभियान चला रही है.

इस मामले पर कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस विवाद पर पुलिस प्रमुख से चर्चा की है और मुख्यमंत्री भी इससे अवगत हैं. हम चुप नहीं बैठे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वे दोनों इतना बुरा बर्ताव कर रहे हैं - सामान्य लोग भी सड़कों पर इस तरह बात नहीं करते हैं. उन्हें अपने व्यक्तिगत मुद्दों पर जो कुछ भी करना है करने दें, लेकिन मीडिया के सामने आना और इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है.

डी रूपा कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम की प्रबंध निदेशक हैं और सिंधुरी हिंदू धार्मिक संस्थानों और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग की आयुक्त हैं.

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