मध्यप्रदेश में दिल दहला देने वाला मामला समाने आया, भाई की हत्या के बदले में पांच को एक एक कर कुल्हाड़ी से काट डाला

Update: 2019-08-21 03:35 GMT

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के ग्राम बोकराटा में दो भाइयों ने दिल दहला देनी वाली बर्बरता की है। एक साल पहले बड़े भाई की पहाड़ी से गिरकर मौत हुई तो दो छोटे भाइयों ने हत्या के शक में अपने चाचा-चाची और उनके तीन मासूम बच्चों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। नफरत और बदले की भावना ऐसी कि उन्होंने दो कि मी दूर ले जाकर चार शवों को वहीं से उफनते नाले में फेंका, जहां से उनके बड़े भाई की जान गई थी। पुलिस इसे महज अलग-अलग लोगों के नदी में डूबने का मामला मानकर चल रही थी, मगर जब शवों की शिनाख्त होने से हकीकत सामने आई तो अधिकारी भी दंग रह गए।

पिछले दिनों 11 अगस्त को पाटी थाना क्षेत्र में बहने वाली गोई नदी में दो अज्ञात बच्चों और एक महिला का शव मिला। पुलिस इसे नदी में डूबने के मामला मानकर शव की शिनाख्त की कोशिश में जुट गई। इसी बीच उसे कामयाबी मिली और शव की शिनाख्त हो गई।

ग्राम बोकराटा के निमाडि़या फलिया (आदिवासी रहवासी क्षेत्र) में रहने वाली किरमाबाई (38), उसके बेटे देव सिंह (12) और सेव सिंह (10) के रूप में इनकी पहचान हुई। तीनों शव एक ही परिवार के होने पर पुलिस का माथा ठनका। अब तक अलग-अलग लोगों के डूबने का मामला मानकर जांच कर रही पुलिस ने एंगल बदल दिया।

पड़ताल आगे बढ़ी तो पता चला कि किरमाबाई, देव सिंह, सेव सिंह के साथ ही उसकी बेटी बाया (2) और पति राय सिंह (46) भी नौ अगस्त से लापता हैं। छानबीन में पता लगा कि राय सिंह का समीप ही रहने वाले उसके भतीजे चाचिया (21) और राकेश (19) से नौ अगस्त की सुबह विवाद हुआ था। इस दौरान चाचिया ने राय सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने चाचिया और राकेश को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने जो बताया उसे सुनकर सभी सन्न रह गए।

चाचिया और राकेश ने पुलिस को बताया कि जुलाई 2018 में उनके बड़े भाई छगन की पिपरकुंड पहाड़ी से गिरने पर मौत हो गई थी। घटना वाले दिन चाचा राय सिंह और एक अन्य व्यक्ति उनके साथ था। इससे उन्हें शंका हुई कि राय सिंह ने ही छगन को पहाड़ी से धक्का देकर मार दिया है। ऐसे नौ अगस्त की शाम करीब सात बजे चाचिया राय सिंह के घर पहुंचा। राय सिंह और उसकी पत्नी घर पर नहीं थे।

चाचिया ने कुल्हाड़ी से मासूम देव सिंह और सेव सिंह की हत्या कर दी। थोड़ी देर बाद जैसे ही राय सिंह घर पहुंचा तो उसकी गर्दन भी कुल्हाड़ी से काट दी। राय सिंह की पत्नी रमाबाई पति को बचाने आई तो उसके सिर पर भी कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। चारों की हत्या की बात दो वर्षीय बालिका बाया किसी को बता न दे यह सोचकर उस पर भी कुल्हाड़ी से वार कर दिया। पांचों की हत्या के बाद उसी रात करीब तीन बजे दोनों भाई राय सिंह, किरमाबाई और दो बेटों के शव चादर में बांधकर दो किमी दूर उसी पहाड़ी पर ले गए, जहां से उनके बड़े भाई की गिरने से मौत हुई थी। सभी शवों को नाले में फेंकने के बाद मासूम बाया का शव घर के पास ही नाले में फेंक दिया। नाला भी आगे जाकर गोई नदी में मिल जाता है।

मध्य प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरुण कपूर ने बताया कि चाचिया और राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर हत्या, साक्ष्य मिटाने आदि धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, खून से सनी चादर और मृतकों के कपड़े भी बरामद हो गए हैं। बालिका बाया के अवशेष (जबड़ा, हड्डियां और उसके कपड़े) 19 अगस्त को नाले से बरामद कर लिए गए। रायसिंह का शव भी 20 अगस्त को कुंभखेत नाले से पुलिस ने ढूंढ निकाला गया।

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