मध्यप्रदेश में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बसपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे ताकि बीजेपी को हराया जा सके. यह जानकारी मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने दी है. उन्होंने कहा कि बसपा से गठवंधन में अब तक जो बात हुई वो पोजिटिव वे में हुई है. बता दें कि जल्द ही चार प्रदेशों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है जिनमें मध्यप्रदेश , राजस्थान , छत्तीसगढ़ और मिजोरम है. इनमें तीन प्रदेशों में बीजेपी और एक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया ने कहा, राज्य में बीएसपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर चल रही बातचीत संतोषजनक तरीके से आगे बढ़ रही है. सीट बंटवारा फार्मूले का मुद्दा गोपनीय है. हम अभी मीडिया के आगे कुछ कहना नहीं चाहते. जब फैसला हो जाएगा तो इसके बारे में बताएंगे.
पार्टी संगठन बीएसपी के साथ मध्यप्रदेश में जहां गठबंधन के पक्ष में है वहीं राजस्थान की प्रदेश इकाई इसके हक में नहीं है. बीएसपी के साथ गठबंधन की संभावना पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा, हम राजस्थान में सभी सीटों पर बीजेपी को हराने में सक्षम हैं. किसी भी विशेष पार्टी के साथ गठबंधन की कोई बात नहीं हुई है. राहुल जी के साथ हमारी बैठक में हमने उन्हें परिस्थितियों का परिप्रेक्ष्य दिया है जिसके तहत चुनाव होंगे.
मालूम हो कि मध्य प्रदेश में 2013 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी ने 4 सीटें जीती थी. इसके साथ ही तकरीबन एक दर्जन सीटों पर दूसरे स्थान पर थी. बीएसपी की इसी ताकत को देखते हुए कांग्रेस उसके साथ गठबंधन करने को लेकर संजीदा दिख रही है. लेकिन इस बात पर अभी तक बीएसपी की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है. हाँ एक बार इस बात का खंडन जरुर किया गया है.