दलित को जिंदा जला दिया, पत्नी गिडगिडा कर रहम की भीख मांगती रही

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या, एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया। बाद में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया।;

Update: 2018-06-22 07:02 GMT

भोपाल:  बैरसिया के परसोरिया गांव में गुरुवार को दिल दहलाने वाली घटना में चार लोगों ने एक दलित किसान किशोरी लाल (60) को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। घटना के समय किसान की पत्नी पंखिया बाई पति की जान बख्शने की भीख मांगती रही, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा।


एसपी हेमंत सिंह चौहान के मुताबिक घाटखेड़ी निवासी किशोरी लाल की सड़क से लगी 3.5 एकड़ कीमती जमीन पर आरोपी कब्जा कर खेती कर रहे थे। इसका विरोध करने वह सुबह 9 बजे खेत पर पहुंचा तो आरोपी तीरन यादव, उसका बेटा प्रकाश, भतीजा संजू और बलवीर ट्रैक्टर से बीज बोते मिले।




 विरोध करने पर आरोपी उससे मारपीट करने लगे। विवाद इतना बढ़ा कि उन्होंने दलित किसान पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। इससे मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद अस्पताल में परिजनों के साथ गांव वालों की भीड़ जमा हो गई। भोपाल से वरिष्ठ पुलिस अफसर जब अस्पताल पहुंचे तो लोग भड़क गए।


परिजन अड़ गए कि जब तक हत्या का मामला दर्ज नहीं होता तब तक शव का पीएम नहीं होने देंगे। इसके बाद अफसरों ने तत्काल मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या, एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया। बाद में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया।

किशोरी लाल के पास 3.5 एकड़ पट्टे का खेत था जो सड़क किनारे से लगा है। इसीलिए इसके कुछ हिस्से को यादव परिवार ने खुद की बताते हुए कब्जा कर रखा था। दो साल पहले किशोरी ने खेत की नाप कराई तो कुछ हिस्सा आरोपियों के कब्जे में होने की जानकारी मिली। तब से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। आरोपी तीरन भाजपा से जड़ा है। वह धौंस दिखाता था। मृतक के बेटे कैलाश जाटव ने बताया कि कब्जे की शिकायत करने उसके पिता कई बार बैरसिया थाने गए, लेकिन टीआइ उन्हें गाली देकर दुत्कार देते थे।

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