मध्यप्रदेश कांग्रेस में रोज नए चमत्कार हों रहे हैं, जहां सब कुछ सामान्य होना शुरू होता है कुछ न कुछ नया हो जाता है, सिंधिया समर्थक उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर अड़े हैं वहीं एक विधायक ने खुद को कैबिनेट मंत्री ही मान लिया है। कमलनाथ सोमवार को यहां दिन में आयोजित भव्य समारोह में मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दल के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए यहां जंबूरी मैदान पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रशासनिक अमला भव्य मंच और पंडाल आदि तैयार करने के लिए दिन-रात कार्य कर रहा है। समारोह में राज्य के विभिन्न हिस्सों से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता भी पहुंचेंगे।
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दोपहर 1.30 बजे कमलनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। कमलनाथ फिलहाल अकेले ही शपथ ले रहे हैं। कमलनाथ व्यक्ति के रूप में राज्य के 18वें मुख्यमंत्री हैं। वे अपने मंत्रिमंडल का गठन कुछ दिनों बाद करेंगे। कमलनाथ समारोह में आने वाले हजारों लोगों को संबोधित भी करेंगे।
समारोह में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनकी पुत्री प्रियंका गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सीएम चन्द्रबाबू नायडू ,संप्रग के विभिन्न घटक दलों के प्रमुखों के अलावा अनेक राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उद्योग जगत से जुड़ी हस्तियों और अन्य गणमान्य लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। अनेक नेताओं के आने की स्वीकृति भी आ चुकी है। कमलनाथ 13 दिसंबर को कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने गए हैं। अगले दिन उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए विधिवत सरकार बनाने के लिए आमंत्रण दिया।