मध्यप्रदेश में होने जा रहे झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में जेवियर मेड़ा को कांग्रेस अपना प्रत्याशी बना सकती है। विगत विधानसभा चुनाव में जेवियर मेड़ा के बागी होने से पराजित हुए कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर विक्रांत भूरिया को किसी निगम मंडल में समायोजित किया जाएगा। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में पराजित रहे कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को राज्यसभा में भेजे जाने का आश्र्वासन दिया गया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के लिए झाबुआ उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है। जहां कांग्रेस इस चुनाव को जीतकर अपना भविष्य सुरक्षित रखना चाहती है वहीं भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव को जीतकर मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस सरकार को तगड़ा झटका देने के मूड में हैं।
कांग्रेस बाजी अपने पक्ष में करने के लिए यहां की गुटबाजी पर लगाम लगाने की तैयारी में जुटी हुई है। पिछले दो चुनावों से कांग्रेस यहां पर लगातार हार को गले लगाने पर मजबूर है। 2008 के विधानसभा चुनाव में झाबुआ से कांग्रेस के जेवियर मेड़ा चुनाव जीतकर विधायक बने थे। 2013 में कांग्रेस की गुटबाजी के चलते कलावती भूरिया बागी प्रत्याशी बन मैदान में आ गई और मेड़ा चुनाव हार गए।
2016 में लोकसभा उपचुनाव चुनाव में डॉक्टर विक्रांत भूरिया की रणनीति और प्रबंधन शैली से जीत मिलने से प्रभावित होकर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 में प्रत्याशी बना द। अब चुनाव मैदान में बागी उम्मीदवार के तौर पर जेवियर मेड़ा आ गये और कांग्रेस के हाथ से यह सीट फिसल गई। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मौजूदा विधायक जी एस डामोर को अपना प्रत्याशी बनाया। डामोर ने लोकसभा चुनाव जीतकर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिसके कारण यहां उपचुनाव होने जा रहा है । सूत्रों के अनुसार मेड़ा ने कांग्रेस के आला नेताओं को धमकी दे रखी है कि प्रत्याशी न बनाएं जाने की स्थिति में वे फिर निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं।