मध्यप्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका, एक और विधायक ने दिया इस्तीफा

बीजेपी कांग्रेस के सत्ता में आने के सभी दरवाजे बंद करना चाहती है ताकि कांग्रेस किसी भी सूरत में सत्ता में न लौटे.

Update: 2020-07-17 11:58 GMT

भोपाल।

उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल का सिलसिला जारी है।कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। बुरहानपुर के नेपानगर विधानसभा से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा सचिवालय ने भी इस्तीफ़े की पुष्टि की।हालांकि अभी तक वजह सामने नही आई है कि इस्तीफा किस कारण से दिया गया। वही यह भी स्पष्ट नही हो पाया है कि वे बीजेपी ज्वाइन करेंगी या कोई और दल।हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि सुमित्रा देवी भी बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। इस्तीफे के बाद से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है।इसी के साथ अब 26 विधानसभा सीटें खाली हो गई है, जिन पर उपचुनाव होना है।

इससे पहले छतरपुर की बड़ामलहरा विधानसभा सीट से विधायक रहे प्रदुम्नन सिंह लोधी ने इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। इसके बाद बीजेपी ने भी लोधी को तोहफा के रुप में कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।अब नेपानगर से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी ने इस्तीफा दे दिया है, हालांकि अभी तक इस्तीफे की वजह स्पष्ट नही हुई है। उपचुनाव से पहले यह कांग्रेस के लिए एक औऱ बड़ा झटका माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो भाजपा, कांग्रेस के दोबारा सत्ता में लौटने की उम्मीद पर पानी फेरने के लिए विधायकों की घेराबंदी कर रही है। उपचुनाव के पहले कांग्रेस को ऐसे नेताओं के माध्यम से परेशानी में डालकर भाजपा अपनी सरकार को मजबूत बनाने की रणनीति पर चल पड़ी है।

बता दे कि हाल ही में मुरैना की वर्चुअल रैली में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए कैबिनेट मंत्री ऐंदल सिंह ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि उपचुनाव(by-election) से पहले अभी भी उनके संपर्क में 15 ऐसे कांग्रेसी विधायक हैं जो बीजेपी में शामिल होने की ख्वाहिश रखते हैं।इसके साथ ही ऐंदल सिंह ने यह भी कहा था कि अगर बीजेपी आलाकमान का आदेश हो तो वह 15 के 15 कांग्रेसी एमएलए को बीजेपी में शामिल करा सकते हैं।इस घटनाक्रम को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

कांग्रेस को बड़ा झटका, 26 सीटों पर उपचुनाव

नेपानगर से सुमित्रा देवी और बड़ामलहरा से प्रद्युमन सिंह लोधी के इस्तीफा के बाद 26 सीटों पर उपचुनाव की स्थिति बन गई है। इससे पहले होली के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथ 22 विधायकों ने बगावत करके कांग्रेस से इस्तीफे दे दिया था और मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार(kamalnath sarkar) अल्पमत में आ गई और गिर गई थी। इसके बाद बीजेपी ने सरकार बना ली थी। वर्तमान में 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों की संख्या 92 हो गई थी। लेकिन सुमित्रा देवी के पार्टी छोड़ने के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों की संख्या 90 हो गई है। वही बीजेपी विधायकों की संख्या 107 है, अब 24 की जगह 26 सीटों पर उपचुनाव होंगे।यही चुनाव तय करेंगे कि कांग्रेस एमपी में वापसी करेगी या फिर बीजेपी सरकार बचाने में कामयाब होगी।

कई और विधायकों के बीजेपी में सपंर्क की खबर

वही कई और कांग्रेस विधायकों के बीजेप में संपर्क में होने की खबर है। अब कुछ दिन से प्रदेश की राजनीति में ये हलचल है कि कांग्रेस के पांच विधायक बड़ा झटका दे सकते हैं। इनके भाजपा में शामिल हाेने का दावा किया जा रहा है। इनमें बुंदेलखंड से 4 और महाकौशल से 1 विधायक भाजपा के संपर्क में होने की खबरें हैं। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने इन विधायकों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।इसी के चलते पूर्व सीएम कमलनाथ ने दमोह से विधायक राहुल सिंह और बंडा विधायक तरबर सिंह को बुलाकर बंद कमरे में चर्चा की थी। हालांकि दोनों विधायकों ने सभी अटकलों को खारिज किया था औऱ कहा था कि हम कांग्रेस के साथ है, लेकिन इस घटनाक्रम से सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार एक बार फिर गर्म हो गया है। वही बीजेपी नेताओं द्वारा भी लगातार विधायकों के संपर्क में होने की बात सामने आ रही है।

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