कांग्रेस को अब बीजेपी के एक्शन का इंतजार, लेकिन बीजेपी में पसरा सन्नाटा

वहीं, एक अगस्त को बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा बीजेपी विधायकों से वन टू वन चर्चा करेंगे।

Update: 2019-07-31 13:33 GMT

 मध्य प्रदेश में बीजेपी से बगावत करने वाले विधायकों पर पार्टी द्वारा अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। पार्टी आलाकमान पर यह फैसला छोड़ दिया गया है। संसद सत्र की वजह से विधायकों को लेकर कोई कार्रवाई या फिर अन्य किसी भी तरह का एक्शन उनके खिलाफ पार्टी द्वारा नहीं लिया गया है।

सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेता फिलहाल नारायण त्रिपाठी औक शरद कोल से संपर्क कर उनको समझाने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी ओर, बीजेपी के और भी विधायकों का पार्टी में आने की अटकलें जोरों पर हैं। इनमें खास तौर कांग्रेस की ओर से उन विधायकोंं को लेकर दावा किया जा रहा है जो पूर्व में कांग्रेस में रहे हैं और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए।

वहीं, कांग्रेस नेताओं के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस फिलहाल किसी भी तरह के खतरे में नहीं है। बीजेपी के दोनों विधायकों ने अपने विवेक से कांग्रेस के लिए वोट किया है। वह हमारे साथ हैं। अब बीजेपी को यह फैसला लेना है कि वह आगे क्या कार्रवाई करती है। अगर बीजेपी उन्हें पार्टी से बाहर करती है तो वह सदन के सदस्य रहेंगे।

स्पीकर को इस मामले पर अंतिम निर्णय लेना है। लेकिन उसके लिए उन्हें अगले सत्र तक का इंतजार करना होगा। और अगर विधायक अपनी इच्छा से इस्तीफा देना चाहते हैं तो फिर उप चुनाव में भी बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। हम हर परिस्थिति में विधायकों को साथ खड़े हैं।

गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के दौरान दंड विधि विधेयक पास होने के समय कांग्रेस ने वोटिंग करवाई थी। इसमें बीजेपी को दो विधायकों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया था। जिनमें बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी और बीजेपी विधायक शरद कोल शामिल हैं। कांग्रेस ने दोनों विधायकों को उनके साथ होने का दावा किया है।

हालांकि, अब तक इस घटना के बाद बीजेपी में शांति पसरी है। दोनों विधायकों को मानने की कवायद भी पार्टी नेताओं द्वारा की जा रही है। लेकिन बागी विधायकों ने खुलकर साफ कर दिया है कि वह कांग्रेस के साथ हैं। वहीं, एक अगस्त को बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा बीजेपी विधायकों से वन टू वन चर्चा करेंगे।

Tags:    

Similar News