चुनाव आयोग का कांग्रेस को झटका, तुम्हारी शिकायत झूंठी है
कांग्रेस ने बीते तीन जून को चुनाव आयोग को एक शिकायत देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में अलग अलग विधानसभाओं की पड़ताल में कुछ फर्जी वोटर्स का मामला समाने आया है.;
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने कई विधानसभाओं में फर्जी वोटर बनाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को इस पर जांच कराने को कहा गया. उसका आरोप था कि इलेक्टोरल लिस्ट में बड़े पैमाने पर फर्जी फोटो और फर्जी नाम अंकित है. चुनाव आयोग में की गई शिकायत की उनहोंने जाँच कराई जिसमें यह तथ्य झुँठा पाया गया. चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की टीम की जांच में यह शिकायत सही नहीं पाई गई कोई इलेक्टोरल लिस्ट में गडबडी नहीं है.
चुनाव आयोग ने कहा कि एक मतदाता के नाम को अलग अलग जगह सही नहीं पाया गया. रही तस्वीर की बात तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह इलेक्टोरल लिस्ट को फर्जी करार देने का प्रमाण है. चुनाव आयोग ने कहा कि यह तकनीकी फाल्ट है कि एक ही व्यक्ति की तस्वीर कई बार रिपीट हो गई है. अब इससे मल्टी पल एंट्री हो गई है. तो इसको ठीक करने का काम शुरू हो गया है.
चुनाव आयोग ने कहा है कि शिकायत में जिन 23 पैरामीटर का जिक्र किया गया है. लेकिन इसके आधार पर हम इलेक्टोरल लिस्ट को फर्जी करार नहीं दे सकते है. वोटों की संख्या अचानक बढने पर चुनाव आयोग ने कहा है कि यह वृद्धि अप्रत्याशित नहीं है. यह वृद्धि उसी तरह दर्शाती है जिस तरह जनसंख्या की वृद्धि हुई है. इलेक्ट्रोरल लिस्ट में कोई बड़ी खामी नहीं पाई गई है.
कांग्रेस ने 3 जून को चुनाव आयोग को शिकायत देते हुए कहा था कि मध्यप्रदेश में अलग अलग विधानसभाओं में पड़ताल के दौरान इलेक्टोरल रोल में गडबडी का अंदेशा नजर आ रहा है. जिसमें फर्जी वोटर बनाये जाने का अंदेशा है. जिस पर चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश में जांच के लिए चार अलग अलग टीमों का गठन किया. जिसमें कांग्रेस की शिकायत को तथ्यहीन पाया गया.