कमल का साथ छोड़कर कमल हाथ में लेकर भावुक हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया
. सिंधिया अब कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी परिवार के सदस्य बन चुके है. अब मध्यप्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार भी घोषित कर दिए गये है.;
मध्यप्रदेश में मची गहमा गहमी का आज ग्वालियर के महाराज श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विराम दे दिया है. सिंधिया अब कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी परिवार के सदस्य बन चुके है. अब मध्यप्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार भी घोषित कर दिए गये है.
सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होते समय बड़े ही भावुक होकर कई बाते कहीं. मैं सर्वप्रथम आदरणीय नड्डा , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देना चाहूंगा कि आपने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया और एक स्थान दिया. उन्होंने कहा कि मेरे लिए सबसे बड़ा दिन तीस सितंबर को था जिसे में आज तक नहीं भूल पाया और अब दूसरा बड़ा दिन दस मार्च होगा जिसे भी में अब कभी नहीं भूल पायूँगा. उन्होंने कहा कि जितना में आज व्यतिथ हूँ उतना ही परेशान और खुश भी हूँ.
सिंधिया ने कहा कि राजनीति केवल जनसेवा करने का एक माध्यम होना चाहिए. कांग्रेस पहले जैसी नहीं रही.18 महीनों में मेरे सपने टूटे, एमपी में तबादला उद्योग चल रहा है, भारत का भविष्य मोदी के हाथों में सुरक्षित है. मध्य प्रदेश में एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी. लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए, चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो, ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है.
बता दें कि सिंधिया ने एक बार भी कांग्रेस को लेकर कोई बात नहीं कही. उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की तो कमलनाथ को जमकर लताड़ लगाई. उन्हें जहां आज कांग्रेस छोड़ने का दुःख था तो वो भी भारी मन से से बीजेपी में शामिल हो गये.