सेक्स चेंज कराकर कॉन्स्टेबल ललिता बनेगी ललित, CM से मिली मंजूरी
ललिता ने सितंबर 2017 को पुलिस विभाग में प्रार्थना पत्र देकर एक महीने की छुट्टी मांगी ताकि वह सेक्स चेंज कराने की सर्जरी करा सके। उसके इस प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया गया।
मुंबई : महाराष्ट्र पुलिस में कॉन्स्टेबल ललिता साल्वे के हाथ में एक पत्र था और आंखों में आंसू। यह पत्र एसपी जी श्रीधर का था, जिसमें लिखा था कि ललिता अपना सेक्स चेंज करा सकती है और सेक्स बदलने के बाद भी वह अपनी पुरानी पहचान के साथ नौकरी कर सकेगी। पत्र मिलते ही ललिता (29) की खुशी का ठिकाना न रहा। उसने तत्काल तैयारी की और अगले ही दिन मुंबई के लिए निकल पड़ी। यहां पर डॉक्टरों से मिलकर अपना सेक्स चेंज करवाएंगी।
ललिता साल्वे ने बताया कि 20 साल की उम्र में उसकी पुलिस विभाग में नौकरी लगी थी। नौकरी के दो साल बाद उसे कुछ समस्या हुई। उसने डॉक्टर को दिखाया तो उसे पता चला कि उसके अंदर पुरुषों के हार्मोंस डिवेलप हो रहे हैं। डॉक्टरों ने उसे सलाह दी कि उसे सेक्स चेंज कराना होगा।
ललिता ने सितंबर 2017 को पुलिस विभाग में प्रार्थना पत्र देकर एक महीने की छुट्टी मांगी ताकि वह सेक्स चेंज कराने की सर्जरी करा सके। उसके इस प्रार्थना पत्र को नवंबर 2017 में खारिज कर दिया गया। उसके बाद ललिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट के आदेश के बाद एक मेडिकल बोर्ड गठित किया गया। विशेषज्ञों के एक पैनल ने पाया कि उसके अंदर महिला का एक भी हार्मोंस नहीं है। उसके शरीर में अविकसित लिंग मिला। जांच में यह भी पता चला कि 1995 में जब वह सात साल की थी, तब डॉक्टरों ने उसका लिंग ट्यूमर समझकर काट दिया था।
इसी साल मार्च में ललिता ने सीएम फडणवीस को आवेदन करके मांग की थी कि उसके केस को स्पेशल केस माना जाए। वह अपनी नेम प्लेट में ललिता की जगह ललित करवाना चाहती है। उसके इस आवेदन को सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंजूर कर लिया।
ललिता ने बताया कि जब उसे पत्र मिला तो उसकी आंखों से आंसू बहने लगे। उसने सबसे पहले भगवान को धन्यवाद कहा और फिर अपने माता-पिता को फोन करके उन्हें खुशखबरी दी। ललिता ने कहा कि अब वह खुद को ललित कहलाना पसंद करेगी। वह अपनी नई जिंदगी के लिए अब तैयार है। उसने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणनवीस और पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों को भी धन्यवाद कहा, जिन्होंने उसे सेक्स बदलने के बाद भी नौकरी जारी रखने की अनुमति दी।
बीड थाने में तैनात ललिता के सहकर्मी बहुत खुश हैं। एसआई राजीव ने बताया कि ललिता बहुत लंबे समय से इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रही थी। वह मानसिक तौर पर बहुत परेशान भी रहती थी।