नई दिल्ली : बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत में राष्ट्रपति और लोकसभा स्पीकर की तारीफ की और कई नए प्रस्तावों को शुरू करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने गांधी परिवार के सभी अहम सदस्य, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कथनों को बोलकर विपक्ष को चुप कर दिया। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अनेकों तीखे हमले किए।
आइए जानें पीएम ने क्या बोला ?
- प्रधानमंत्री मोदी बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी स्पीच में विपक्ष से कंधे से कंधा मिलाकर साथ काम करने की अपील की।
- इस देश को अफसरों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। यह जरूरी है कि कार्यपालिका को जिम्मेदार बनाया जाए। कोई भी प्रधानमंत्री से कम नहीं हैः लोकसभा में PM
- फसल बीमा योजना सभी राज्यों में लागू होगी: पीएम मोदी
- सुधार के लिए हमें आपकी मदद चाहिए। मैं नया हूं। हमें आपके अनुभव की जरूरत हैः लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी
- मोदी ने कहा, अखबार की सुर्खियां बनने के लिए संसद में तू-तू मैं-मैं ठीक नहीं है। इस देश के नागरिक हमसे बहुत कुछ नहीं मांग रहे हैं, हमें देश के लोगों पर भरोसा करना होगा।
- हीन भावना के कारण संसद नहीं चलने दी जाती: पीएम मोदी
- लेकिन यह देश उस बात को कभी नहीं भुला सकता कि 27 सितंबर 2013 को मनमोहन सिंह की सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को प्रेस सम्मेलन में फाड़ दिया गया है। बड़ों का ऐसा अपमान देश नहीं भूलेगाः नरेंद्र मोदी
- पर उपदेश कुशल बहुतेरे। मैं लगातार लोगों के उपदेश सुन रहा हूं। 14 साल में मैं इसके साथ जीना सीख चुका है- प्रधानमंत्री
- मनरेगा से गरीब राज्यों को फायदा नहीं हुआ: पीएम
- मैं कैसे कह सकता हूं कि रेल मैंने शुरू किया है? आप कह सकते हैं, आप तो कुछ भी कह सकते हैंः लोकसभा में कांग्रेस से प्रधानमंत्री मोदी
- विपक्ष की चिंता इस बात की है कि तुम हमसे अच्छा काम कैसे कर रहे हो?- प्रधानमंत्री मोदी
- राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित।
- सरकार ने प्रयोग के तौर पर किसानों को 45 जिलों में फसल बीमा योजना के साथ सात अलग-अलग बीमाओं की पेशकश की हैः मोदी
- प्रधानमंत्री किसान फसल योजना एक अप्रैल से देश के सभी गांवों, जिलों में लागू होगा। इसे 45 जिलों में पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया थाः मोदी
- लोग आपसे पूछेंगे कि खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम से केरल, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों को अलग क्यों रखा गयाः लोकसभा में प्रधानमंत्री
- 'जब आपके पास कहने के लिए कुछ नहीं होता है तो गुजरात का जिक्र होता है। यह आपके दिवालियेपन का प्रतीक है।'
- वाजपेयी जी के समय शुरू की गई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का फायदा उन राज्यों को ज्यादा मिला जो गरीब थे। केंद्र का पैसा मनरेगा को भी गया और सड़क योजना को भी गया लेकिन परिसंपत्तियों का निर्माण सड़क योजना के जरिए हुआः मोदी
- यह सदन इस बात के लिए नहीं है कि लोग यह सोचें कि मेरी सफेदी उसकी सफेदी से कम क्यों: मोदी
- सौ दिन का हमारा लक्ष्य हम कभी नहीं पूरा कर पाए। औसतन 30 दिन से 40 दिन तक गाड़ी अटक जाती है। हमने बिचौलियों को खत्म करने के लिए. ऑडिट की दिशा में भरपूर प्रयास किया है। हमें विश्वास है कि 94 फीसदी श्रमिकों को बैंक और डाकघर के जरिए भुगतान शुरू कराया हैः प्रधानमंत्री
- CAG ने लिखा है कि सात राज्यों में से पांच ऐसे राज्य थे जिन्होंने मनरेगा के नियम नहीं बनाए थे और चार राज्य तो मनरेगा के गीत गाने वाले राज्यों में से थेः मोदी
- हमने जनधन, आधार और मोबाइल योजना के जरिए इस दिशा में आई दिक्कतों को दूर करने के लिए काम किया हैः मोदी
- CAG ने लिखा है कि जहां गरीबों की संख्या कम है, ऐसे राज्यों में नरेगा या मनरेगा का पूरा इस्तेमाल हुआ लेकिन वास्तव में गरीब राज्यों को इसका फायदा नहीं हुआः मोदी
- मनरेगा हमारी सफलता का स्मारक नहीं हैः मोदी
- हमारा दायित्व बनता है कि इन योजनाओं का क्रमिक विकास हुआ है, उसे जारी रखें। गरीबी न होती तो नरेगा या मनरेगा की जरूरत न होती। गरीबी की जड़ों को इस कदर गहरा बना दिया गया है कि मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ रही हैः मोदी
- फिर खाद्य के बदले काम कार्यक्रम शुरू हुआ और उसके बाद नरेगा या मनरेगा शुरू किया गया। गरीबी की जड़े गहरी हैं इस देश मेंः प्रधानमंत्री
- रोजगार योजनाओं का पुनर्जीवन होता रहा। महात्मा गांधी ने जवाहर रोजगार योजना से जवाहरलाल जी का नाम हटा दिया। वाजपेयी जी ने पहले की सभी योजनाओं की अच्छी बातें लेते हुए संपूर्ण रोजगार योजना शुरू कीः प्रधानमंत्री
- आपने टॉइलट नहीं बनवाए, इसलिए हम ने चार लाख टॉइलट बनवाए। बांग्लादेश से सीमा विवाद आप नहीं सुलझा सके, इसलिए हमने इसे सुलझाया। यह आपकी ही देन है और आप इसे गर्व से कह सकते हैं कि हमने छोड़ा तो आपने करवाया: लोकसभा में प्रधानमंत्री
- इस देश की सबसे बड़ी चुनौती है, तेजी से बदलाव का हो रहा विरोध। यह विरोध पढ़ा-लिखा तबका भी बेहद मुखर तरीके से करता है। जब कोई काम आगे बढ़ता है तो सौ कारण बताए जाते हैं कि यह काम क्यों नहीं करना चाहिए। कितनी सटीक बात है। इंदिरा गांधी ने यह बात 1978 में कही थीः नरेंद्र मोदी
- ऐसा कहा जाता है कि हम भीख का कटोरा लेकर निकले हो। और जब हम यह कहते हैं तो दूसरे लोग इसे और जोर से कहते हैं। यह मैं नहीं इंदिरा गांधी कहती थींः नरेंद्र मोदी
- 'हमें किसी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। मेक इन इंडिया का मजाक उड़ाया जा रहा है। अगर यह सफल नहीं हुआ है तो इसके सफल होने पर चर्चा की जानी चाहिए।'
- विपक्ष के तेजस्वी सांसदों की प्रतिभा सामने उभरकर न आ जाए इसलिए संसद की कार्यवाही रोकी जाती हैः लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी
- हीन भावना के कारण संसद नहीं चलने दिया जाता हैः मोदी
- मैं दोनों सदनों में महत्वपूर्ण विधेयकों को पास कराने के लिए विपक्ष से सहयोग आह्वान करता हूंः लोकसभा में प्रधानमंत्री
- शिक्षा भले ही राज्यों का विषय हो लेकिन हमारे यहां शिक्षा का स्तर चिंताजनक हैः मोदी
- सुषमा जी ने सस्टेनेबल डिवेलपमेंट गोल के लिए हिंदी में एक अच्छा शब्द दिया है। टिकाऊ विकास लक्ष्य। क्या हम साथ मिलकर इस पर कुछ कर सकते हैंः PM मोदी
- पहली बार चुन कर आने वाले सदस्यों को बोलने का मौका देने के लिए साल में एक या दो बार संसद सत्र में एक हफ्ता दिया जाए: नरेंद्र मोदी
- प्रधानमंत्री मोदी ने सुझाव दिया कि 8 मार्च को संसद में केवल महिला सदस्य ही बोलें। यह दिन महिला दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
- GST, उपभोक्ता कानून जैसे लोक महत्व के कानूनों को रोका जा रहा है। इसमें कौन सा देशहित है- लोकसभा में नरेंद्र मोदी
- जो विधेयक पास किए जाने हैं, वे आम लोगों के लिए है। ये सिस्टम को बिचौलियों से आजाद करने के लिए हैं।- PM मोदी
- संसद की बहस में बाधा डालने के उलटे नतीजे हो सकते हैंः लोकसभा में मोदी
- मोदी ने पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का जिक्र करते हुए विपक्ष को याद दिलाया कि संसद की कार्यवाही को रोकना संसदीय प्रणाली में विश्वास कम करना है।
- सांसदों को गरिमापूर्ण आचरण देने की सलाह देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका उपदेश नहीं है बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का है।
- राष्ट्रपति जी ने कहा है कि सदन बहस के लिए होता है। पिछले दिनों सदन में जो कुछ हुआ, उससे बहुत पीड़ा हुई है। जब सदन नहीं चलता है तो इसका नुकसान सत्ता पक्ष के साथ-साथ देश का भी होता है लेकिन इसका सबसे बड़ा नुकसान सांसदों का होता हैः प्रधानमंत्री
- स्पीकर महोदया ने श्री योजना, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में स्पीकर ने अच्छा कदम उठाया हैः प्रधानमंत्री मोदी
- राष्ट्रपति के भाषण में संसद की कार्यवाही किस रूप में चलनी चाहिए, इसकी अपेक्षा व्यक्त की गई थी। इसलिए स्पीकर महोदया के प्रति आभार व्यक्त चाहता हूं। हमें राष्ट्रपति की सलाह जरूर माननी चाहिएः PM मोदी