वेटिकन सिटी : मदर टेरेसा को 'संत' की उपाधि देने पर पॉप फ्रांसिस ने अपनी मंजूरी दे दी है। अब रोमन कैथोलिक चर्च में 4 सितंबर को मदर टेरेसा को संत की उपाधि प्रदान की जाएगी।
मदर टेरेसा को संत की उपाधि मंजूर करने के लिए वेटिकन कमेटी ने आज विचार करना था और इसे औपचारिक रूप देना था। वेटिकन के पैनल ने मदर समेत पांच उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया। पोप फ्रांसिस ने मदर टेरेसा को संत का दर्जा दिए जाने के फैसले पर हस्ताक्षर किया और इसके लिए तारीख व जगह तय किया। वेटिकन सिटी में रोमन कैथलिक चर्च 4 सितंबर को इसका औपचारिक ऐलान करेगा।
2003 में तत्कालीन पोप जॉन पॉल द्वितीय ने टेरेसा को 'बियाटिफाइड' (धन्य घोषित) किया था। 'बियैटिफिकेशन' संत की उपाधि की तरफ पहला कदम होता है।
'गटरों की संत' के नाम से चर्चित मदर टेरेसा ने कोलकाता में गरीबों-रोगियों की सेवा में 45 साल गुजारे। मदर टेरेसा ने अपने पूरे जीवन में गरीबों और बीमार लोगों की सेवा की थी। उनके द्वारा स्थापित संस्था 'मिशनरीज ऑफ चैरिटी' इस काम को दुनियाभर में मानवता की सेवा के तौर पर कर रही है।