राम मंदिर मुद्दे पर हम भागवत के साथ पर बीजेपी का पता नहीं

Update: 2015-12-05 05:43 GMT

नई दिल्लीः विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक अशोक सिंघल के निधन के बाद से ही भाजपा के सहयोगी दल राम मंदिर का मुद्दा उठाने की कोशिश में हैं। अब शिवसेना ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर निर्माण पर दिए बयान का समर्थन किया है। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में भागवत के बयान की तारीफ करते हुए भाजपा सरकार पर तंज भी कसा है।

क्या लिखा है सामना ने
सामना ने लिखा है कि 'केंद्र में भाजपा की हिंदुत्ववादी सरकार है। लेकिन राम मंदिर, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 जैसे विषयों को बस्ते में बांधकर कामकाज चलाया जा रहा है। ऐसे में भाजपा के सामने बड़ा सवाल यह है कि भागवत की राम मंदिर निर्माण की घोषणा के बाद क्या बोला जाए।

शिवसेना का खुलकर साथ, भाजपा का पता नहीं
पार्टी ने मुखपत्र में संपादकीय लिखकर कहा है कि 'शिवसेना संघ प्रमुख भागवत के बयान का समर्थन करती है और इस मुद्दे पर उनके साथ है।' आगे भाजपा पर तंज कसते हुए लिखा है कि 'आरक्षण और राम मंदिर जैसे बयानों और भागवत की भूमिका से भाजपा की देह पर सिहरन आई या रोमांच हुआ, हम बता नहीं सकते।'



मंदिर बना तो बढ़ेगी मोदी की लोकप्रियता
शिवसेना ने कहा है कि 'हम मानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी में राम मंदिर निर्माण की हिम्मत और धमक दोनों निश्चित तौर पर हैं। जिस दिन वह इस निर्माण कार्य को अपने हाथ में लेंगे, उनकी अफलातून लोकप्रियता में कई गुना इजाफा होगा। लेकिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का 380 सांसदों के बयान के बीच भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए जब उनके सांसदों की संख्या महज 2 थी तब इसी पार्टी के नेताओ ने रण क्रंदन किया था।

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