राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कड़ा सन्देश, कहा-गंदगी सड़कों पर नहीं, बल्कि हमारे दिमाग में है

Update: 2015-12-01 10:04 GMT



अहमदाबाद : देश में असहनशीलता को लेकर चल रही बहस के बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को भारत को बांटनेवाले विचारों पर सख्त संदेश देते हुए कहा कि देश की गंदगी सड़कों पर नहीं पड़ी है, बल्कि हमारे दिमाग में है। अहमदाबाद स्थित महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हमें दिमाग से उन विचारों को साफ करना होगा जो समाज को बांटते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वच्छ भारत' मिशन की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि हमें सिर्फ सड़कें ही नहीं साफ करनी हैं, बल्कि हमारे दिमाग में जो गंदगी है, उसकी भी सफाई करनी है तभी हम गांधीजी की दूरदर्शीता को परा कर पाएंगे। उन्होंने गांधी के उस भारत का उदहारण दिया जहां सभी लोग बराबर हैं।

राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमें समाज के बीच से शारीरिक और मौखिक सहित सभी प्रकार की हिंस को खत्म करना होगा। सिर्फ अहिंसा समाज में ही सभी लोग मिलकर एक साथ रह सकेंगे। उन्‍होंने कहा कि गांधी जी ने अपने होठों पर राम के नाम के साथ हत्यारे की गोली खाकर हमें अहिंसा की एक ठोस सीख दी।

राष्ट्रपति ने कहा कि हर रोज हम हमारे आस-पास हिंसा होते देखते हैं। इस हिंसा के बीच में अंधकार, डर और अविश्वास है। इस तरह की हिंसा से निपटने के लिए हम रोज नए तरीके ढूंढ रहे हैं, जबकि हमें अहिंसा, वार्ता और कारणों की शक्तियों को नहीं भूलना चाहिए। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति असहनशीलता को लेकर अक्सर बोलते रहते हैं।

Similar News