रक्षा मंत्री पर्रिकर बोले, चोट पहुंचाने वालों को दर्द का अहसास कराना जरूरी'
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 66वें सेना दिवस के मौके पर कहा कि आतंकियों को बेअसर करने की जरूरत है। रक्षा मंत्री पर्रिकर ने कहा है कि वह किसी भी भारतीय सैनिक के शहीद होने से दुखी होते हैं। लेकिन, इसके उलट हमें जवानों की शहादत पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हमें चोट पहुंचाने वाले को दर्द का अहसास नहीं होता है तब तक इस तरह के हमले नहीं रुकेंगे। रक्षा मंत्री पर्रिकर बोले, चोट पहुंचाने वालों को दर्द का अहसास कराना जरूरी।
इसका काेई दूसरा अर्थ न निकाला जाए
हालांकि उन्होंने बाद में यह भी साफ किया कि इसका काेई दूसरा अर्थ न निकाला जाए। इसके साथ ही उन्होंने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो सोशल मीडिया के जरिये गलत बयानबाजी करते हैं या फिर बेवजह की झूठी जानकारियां देकर विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने चेन्नई बाढ़ के दौरान सैनिकों द्वारा किए गए राहत कार्यों के लिए उनकी जमकर बढ़ाई की।
गौर है कि नए साल के पहले ही हफ्ते में हुए पठानकोट में आतंकवादी हमले में सात जवान शहीद हुए थे, और 20 घायल हुए थे। भारत का दावा है कि इस हमले को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया।