#KargilVijayDivas : कश्मीर पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत का बयान, पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा
भारत ने आज ही के दिन साल 1999 को कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी. इसीलिए इसे विजय दिवस भी कहा जाता है.
ट्वीट करते हुए कहा, 'करगिल विजय दिवस हमारे राष्ट्र के लिए 1999 में करगिल की चोटियों पर अपने सशस्त्र बलों की वीरता को याद करने का दिन है. इस मौके पर हम भारत की रक्षा करने वाले योद्धाओं के धैर्य और शौर्य को नमन करते हैं. हम सभी शहीदों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे.'
भारत ने आज ही के दिन साल 1999 को कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी. इसीलिए इसे विजय दिवस भी कहा जाता है. यह दिन कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के सम्मान में मनाया जाता है. इसलिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल दिवस मनाया जाता है. भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 में कश्मीर के कारगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है. लगभग 60 दिनों तक कारगिल युद्ध चला था और जुलाई के अंत में 26 जुलाई को इसका अंत हुआ था. कारगिल युद्ध जिसे ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है पर भारत ने जीत हासिल की थी. ऑपरेशन विजय पर विजय हासिल करने से ही इसे विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है.
आर्मी चीफ ने दी पाकिस्तान को चेतावनी
वहीं, कारगिल दिवस पर द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे बिपिन रावत ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, यह मत करो. गलतियां आम तौर पर दोहराई नहीं जाती हैं. आपको अगली बार मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.
Army Chief General Bipin Rawat on being asked 'what message you will to give to Pakistan on #KargilVijayDivas; Don't do it. Misadventures are normally not repeated. You'll get a bloodier nose next time. pic.twitter.com/3NZWkLOB9z
— ANI (@ANI) July 26, 2019
बिपिन रावत ने कहा, हम अपनी इन्वेंट्री को आधुनिक बनाने पर विचार कर रहे हैं. हमारा ध्यान आर्टिलरी हथियार प्रणाली पर है, 2020 तक हमें होवित्जर मिल जाएंगे. के -9 वज्र का निर्माण अब देश में किया जा रहा है और दो बोफोर्स जैसे बंदूकें स्थानीय स्तर पर निर्मित की जा रही हैं. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी.