भारत में लगभग 1.1 करोड़ महिलाओं को नौकरी पर खतरा, जानिए क्यों?

Update: 2019-06-24 06:22 GMT

कहते हैं कि प्रोफेशनल लाइफ में खुद को अपडेट रखना जरूरी है. अगर आप समय के साथ आप अपनी स्किल और नॉलेज नहीं बढ़ाते हैं तो आप पिछड़ जाते हैं. अब एक ऐसे ही खतरा हालिया रिसर्च में जताया गया. जी हां शोध के मुताबिक दुनिया की हर छठवीं महिला की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है.

दरअसल कंसल्टेंसी फर्म मैकिन्जी की ताजा स्टडी के मुताबिक भले ही भविष्य में महिलाओं के लिए नौकरियों में 20 फीसदी अधिक अवसर उपलब्ध हो जाए, लेकिन अगर आने वाले समय में उनकी स्किल में सुधार नहीं हुआ तो लगभग सभी कार्यक्षेत्रों में लैंगिक असमानता बढ़ने का अंदेशा जताया गया है. दुनिया की हर छठी महिला की नौकरी खतरे में है.

योरस्‍टोरी में छपे शोध रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 1.1 करोड़ महिलाओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है. यह महिला वर्कफोर्स का आठ प्रतिशत है. हमारे देश में बदलते वक्त में ऑटोमेशन के साथ ढल जाना महिलाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती हो सकती है. वह पहले से ही अपने-अपने कार्यक्षेत्र में पारंपारिक रुकावटों से जूझ रही हैं.

मैकिन्जी की 'द फ्यूचर ऑफ वूमेन एट वर्क: ट्रांसिशन इन द ऐज ऑफ ऑटोमेशन' शीर्षक स्टडी में बताया गया है कि आगामी एक दशक में विश्व में 10 करोड़ से अधिक महिलाओं की या तो नौकरियां जा सकती हैं, या फिर उन्हें अपना फील्‍ड बदलना पड़ सकता है. वहीं विश्व की दस बड़ी अर्थव्यवस्थाओं (कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, यूके, चीन, भारत, मैक्सिको और दक्षिण अफ्रीका) पर फोकस इस स्टडी के मुताबिक, ऑटोमेशन के कारण करीब 10.7 करोड़ महिलाओं की नौकरी जा सकती है. 

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