पतंजलि ने की MODI सरकार की आलोचना, कहा कैसे आएंगे अच्‍छे दिन

Patanjali's criticism of the MODI government

Update: 2017-05-29 08:07 GMT
नई दिल्ली : बाबा रामदेव PM नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की तारीफ को कोई मौका नहीं छोड़ते, लेकिन GST के मसले पर मामला बदल गया है। दरअसल, जीएसटी में आयुर्वेदिक उत्पादों पर भारी टैक्स का प्रावधान किया गया है। इसके बाद पतंजलि की ओर से कहा गया है कि यदि लोगों को अच्छा स्वास्थ्य देने वाली चीजें महंगी होंगी तो अच्छे दिन कैसे आएंगे।

उद्योग संगठन एसोसिएशन ऑफ मैनुफैक्चरर्स ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन्स (AMAM) ने कहा कि मोदी सरकार एक तरफ जहां आक्रमक तरीके से वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद को बढ़ावा दे रही है। वहीं, GST के तहत कुदरती दवाएं महंगी होंगी तथा आम लोगों की पहुंच से बाहर हो जायेंगी। संगठन ने कहा कि 12 फीसदी के बजाय आयुर्वेदिक या जेनेरिक दवाएं शून्य और पेटेंटशुदा उत्पादों के लिये 5 फीसदी होना चाहिए।

फिलहाल, आयुर्वेदिक दवाएं और उत्पादों वैट समेत कुल कर प्रभाव 7 फीसदी है, जो औषधि पर निर्भर है। जीएसटी व्यवस्था के तहत इन औषधियों पर 12 फीसदी कर रखा गया है। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड तथा पतंजलि योगपीठ के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि आयुर्वेदिक श्रेणी पर उच्च GST दर से हमें अचंभा हुआ और यह हमारे लिए निराशाजनक तथा दु:खद है।

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